शनिवार, सितम्बर 23, 2023

Candlestick pattern in hindi – कैंडलस्टिक पैटर्न को समझें

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कैंडलेस्टिक पैटर्न (Candlestick pattern in hindi) को आपने अक्सर क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स या फिर स्टॉक मार्केटिंग के संबंध में देखा होगा। जिसका उपयोग मूल्य के उतार-चढ़ाव और उसके विश्लेषण को दर्शाने के लिए किया जाता है।

केंडलस्टिक पैटर्न क्या होता है? (What is Candlestick Pattern)

Candlestick Pattern in hindi, कैंडलस्टिक पैटर्न
कैंडलस्टिक पैटर्न

यह एक वित्तीय टूल है जिसके द्वारा हम किसी भी कोमोडिटी के मूल्यों के उतार चढ़ाव का विश्लेषण करके समझ सकते हैं और अपनी ट्रेडिंग योजना बना सकते हैं। यह एक ग्राफिकल प्रतिनिधित्व करता है किसी निर्धारित समय में किसी भी कोमोडिटी के मूल्यों के पैटर्न का, जो की हमारा सहयोग करता है हमारी ट्रेडिंग योजना बनाने में।

इसमें एक मोमबत्ती के आकार का चित्र होता है जिसकी दो बाती होती हैं एक ऊपर और एक नीचे। इस मोमबत्ती के आकार के चित्र में किसी भी एक कोमोडिटी के निर्धारित समय के प्रारम्भिक मूल्य (Opening Price), समापन मूल्य (Closing Price), उच्चतम मूल्य (Highest Price) और निम्नतम मूल्य (Lowest Price) को दर्शाया जाता है।

इतिहास (History of Candlestick Pattern in hindi)

किसी भी कोमोडिटी के मूल्यों को समझने के लिए कैंडलस्टिक का चार्ट तैयार किया जाता है। इस तरह की चार्टिंग का मुख्य श्रेय जाता है मुनेहिसा होमा (1724-1803) को, जो की एक चावल व्यापारी थे जापान के सकाटा के। 18वीं शताब्दी में पहली बार चावल के मूल्यों का अनुमान लगाने के लिए इस तरह के तकनीकी व्यापार विश्लेषण का उपयोग किया गया था।

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मुनेहिसा होमा ने ओजिमा चावल बाजार में टोकुगावा शोगुनेट के दौरान कारोबार किया था ओसाका में। हालांकि कैंडलस्टिक चार्टिंग 1850 के बाद आई (स्टीव निसन के अनुसार)।

कैंडलस्टिक की संरचना (Structure of Candlestick)

हर कैंडलस्टिक की संरचना में तीन हिस्से होते हैं – बॉडी, हेड और टेल। कैंडलस्टिक में हेड, उच्च कीमत को दर्शाता है, टेल निम्न कीमत को दर्शाता है और बॉडी का ऊपर का हिस्सा और नीचे का हिस्सा प्रारम्भिक और समापन मूल्य को दर्शाता है।

अलग – अलग प्रकार के कैंडलस्टिक में अलग – अलग तरह का कैंडलस्टिक का चित्र बनता है। जैसे – किसी में हेड की लंबाई कम होगी, किसी में टेल की लंबाई ज्यादा होगी, किसी में हेड की लंबाई ज्यादा होगी, किसी में टेल की लंबाई कम होगी, किसी कैंडलस्टिक की बॉडी का ऊपरी हिस्सा कभी प्रारम्भिक मूल्य को दर्शाएगा और कभी समापान मूल्य को दर्शाएगा।

मुख्य दो प्रकार के कैंडलस्टिक की संरचना निम्नलिखित है:

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  1. बुलिश कैंडलस्टिक (Bullish Candlestick): इस कैंडलस्टिक के तीन हिस्से निम्न प्रकार से मूल्यों को दर्शाएँगे:
    • बॉडी (Body): यह प्रारम्भिक मूल्य और समापन मूल्य को दर्शाता है। इसमें हमेशा प्रारम्भिक मूल्य, समापन मूल्य से कम रहता है।
    • टेल (Head): यह मोमबत्ती की निचली छाया या फिर निचली बाती के जैसे होती है। इस कैंडलस्टिक में यह प्रारम्भिक मूल्य को सबसे कम मूल्य से जोड़ता है।
    • हेड (Head): यह मोमबत्ती की ऊपरी छाया या फिर ऊपरी बाती के जैसे होती है। इस कैंडलस्टिक में यह समापन मूल्य को सबसे अधिक मूल्य से जोड़ता है।

2. बियरिश केंडालसटीक (Bearish Candlestick): इस कैंडलस्टिक के तीन हिस्से निम्न प्रकार से मूल्यों को दर्शाएँगे:

    • बॉडी (Body): यह प्रारम्भिक मूल्य और समापन मूल्य को दर्शाता है। इसमें हमेशा प्रारम्भिक मूल्य, समापन मूल्य से ज्यादा रहता है।
    • टेल (Head): यह मोमबत्ती की निचली छाया या फिर निचली बाती के जैसे होती है। इस कैंडलस्टिक में यह समापन मूल्य को सबसे कम मूल्य से जोड़ता है।
    • हेड (Head): यह मोमबत्ती की ऊपरी छाया या फिर ऊपरी बाती के जैसे होती है। इस कैंडलस्टिक में यह प्रारम्भिक मूल्य को सबसे अधिक मूल्य से जोड़ता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग (Use of Candlestick Pattern)

जैसा की आपने ऊपर पढ़ा इसमें किसी निर्धारित समय में कोमोडिटी की चार कीमतों को दर्शाया जाता है। कीमतों में होने वाले उत्तर – चढ़ाव के आधार पर कई प्रकार की कैंडलस्टिक बनाकर एक चार्ट तैयार किया जाता है जिससे कीमतों के व्यवहार को समझा जा सके और भविष्य में होने वाले कीमतों में बदलाव का अनुमान लगाकर अपना ट्रेडिंग संबन्धित निर्णय लिया जा सके।

कैंडलस्टिक में दर्शाई जाने वाली चार कीमतें निम्नलिखित होती हैं:-

  1. प्रारम्भिक कीमत (Opening Price): यह वह कीमत होती है जब सुबह मार्केट खुलता है और एक ट्रेड हो जाता है।
  2. उच्च कीमत (Highest Price): यह वह सबसे उच्च कीमत होते है उस निर्धारित समय के कैंडलस्टिक की जिसमें उस निर्धारित समय में ट्रेड किया जा सकता है।
  3. निम्न कीमत (Lowest Price): यह वह सबसे कम कीमत होते है उस निर्धारित समय के कैंडलस्टिक की जिसमें उस निर्धारित समय में ट्रेड किया जा सकता है।
  4. समापन कीमत (Closing Price): यह वह कीमत होती है जिस कीमत पर मार्केट बंद हो जाता है।

कई तरह के कैंडलस्टिक बनते हैं कीमतों के व्यवहार के आधार पर और इस तरह से सब कैंडलस्टिक का एक चार्ट बनता है जिसको कैंडलस्टिक चार्ट कहते हैं। इस चार्ट को समझकर हम आगे होने वाले कीमतों में बदलाव का अनुमान लगा सकते हैं।

  • बियरिश कैंडलस्टिक में प्रारम्भिक मूल्य हमेश समापन मूल्य से ज्यादा रहता है और इस कैंडलस्टिक की बॉडी लाल रंग की होती है या फिर काले रंग की होती है।
  • बुलिश कैंडलस्टिक में समापन मूल्य हमेशा प्रारम्भिक मूल्य से ज्यादा रहता है और इसलिए इस कैंडलस्टिक की बॉडी हरे रंग की होती है या फिर खोखली/सफ़ेद होती है।

एक कैंडलस्टिक पैटर्न मूल्य में वृद्धि या गिरावट के परिणामस्वरूप बनता है। कैंडलस्टिक चार्ट हमको ऐसे बहुत सारे पैटर्न दर्शाता है जिनका विश्लेषण करके हम अपना निर्णय लेते हैं। इन पैटर्न को समझ के व्यापारी खरीदने और बेचने के संकेत को समझते हैं।

उदाहरण के लिए जब बुलिश केंडालसटीक पैटर्न बनता है तो इसका संकेत है की कीमत में वृद्धि हो रही है अर्थात कीमत ऊपर जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जब बियरिश कैंडलस्टिक बनता है तो इसका संकेत है की कीमत गिर रही हैं अर्थात यह पैटर्न कीमत में गिरावट के पूर्व बनता है।

यह कहना जरूरी है की यह पैटर्न सिर्फ संकेत होते हैं बाजार में किसी कोमोडिटी के मूल्य में उतार चढ़ाव के लिए, यह कोई गारंटी नहीं देते हैं। हम इन संकेतों को समझ कर अनुमान लगा सकते हैं और अपने लाभ को बढ़ाते हैं और हानी को कम कर सकते हैं समय रहते।

निम्नलिखित आधारों पर हम कैंडलस्टिक को समझते हैं की वह किस प्रकार की कैंडलस्टिक है:-

  • मोमबत्ती की बाती की लंबाई: कैंडलस्टिक की ऊपर और नीचे की बाती की लंबाई अलग – अलग तरह की कैंडलस्टिक में अलग – अलग होती है, इन बातियों की लंबाई को देखकर हम उस कैंडलस्टिक को समझते हैं।
  • मोमबत्ती की बॉडी का रंग: कैंडलस्टिक की बॉडी के रंग से पता चलता है की वह बियरिश है या बुलिश, अर्थात अगर उसका रंग लाल या काला होगा तो वह बियरिश होगी और अगर उसका रंग हारा/नीला या वह खोखली होगी तो वह बुलिश कैंडलस्टिक होगी।
  • समय सीमा: हमें किसी भी समय सीमा के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न को देख सकते हैं, यह निर्भर करता है इस बात पर की हम intraday ट्रेडिंग कर रहे हैं या फिर weekly (साप्ताहिक) या monthly (मासिक)। हम कैंडलस्टिक पैटर्न को किस भी समय सीमा के लिए देख सकते हैं।

कैंडलस्टिक चार्ट के विश्लेषण के लिए सुझाव

  • लचिलापन: बाजार में स्थितियों में बदलाव होते रहते हैं, इसलिए इन कैंडलस्टिक पैटर्न को संकेत के रूप में देखें और इनका विश्लेषण करते समय थोड़ा लचीला रहें।
  • ताकत को खरीदो और कमजोरी को बेचो: हरे/नीले या खोखले कैंडलस्टिक द्वारा ताकत अर्थात तेजी को दर्शाया जाता है और लाल/ काले कैंडलस्टिक द्वारा कमजोरी अर्थात मंदी की स्थिति को दर्शाया जाता है। आम तौर पर लाल कैंडलस्टिक के समय बेचना चाहिए और हरे कैंडलस्टिक के समय खरीदना चाहिए।
  • पूर्व प्रवृति की तलाश: अगर हम तेजी के पैटर्न को ढूंढ रहे हैं तो पूर्व प्रवृति मंदी की होने चाहिए और इसके विपरीत अगर हम मंदी के पैटर्न को तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृति तेजी की होनी चाहिए।
  • कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश: हमें ऐसे पैटर्न की तलाश करनी चाहिए जो निरंतर हो या फिर उलट – फेर हो सकता हो।
  • किसी भी ट्रेड में प्रवेश करते समय हमें स्टॉप लोस हमेशा तय कर लेना चाहिए। जब भी कोई ट्रेड आरम्भ किया जाता है और उसमें यह प्रतीत हो की ट्रेंड को सही ढंग से पहचाना नहीं गया है या फिर ट्रेंड खुद को दोहरा नहीं रहा है तो हमें तय किये हुए स्टॉप लोस का इस्तेमाल करके ट्रेड से बाहर निकल जाना चाहिए

कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार (Types of Candlestick Pattern)

हमें अपने ट्रेडिंग निर्णय के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न के सब प्रकार की जानकारी होनी आवश्यक है, क्योंकि उसी के आधार पर हमें खरीदने या बेचने के संकेत मिलते हैं। इसलिए हर प्रकार के कैंडलस्टिक पैटर्न को जानना आवश्य है और किन शर्तों में कोनसा कैंडलस्टिक पैटर्न बनता है इसकी जानकारी भी हमको होनी चाहिए।

विभिन्न प्रकार के केंडलस्टिक पैटर्न या तो एक सिंगल केंडलस्टिक से या फिर दो या दो से अधिक कैंडलस्टिक से गठित किए जा सकते हैं। इस आधार पर हम सब प्रकार के केंडलस्टिक पेटर्न को दो तरह के केंडलस्टिक में विभाजित कर सकते हैं जो निम्नलिखित हैं:-

1. सिंगल केंडलस्टिक पेटर्न: यह वह पैटर्न होते हैं जो एक सिंगल केंडलस्टिक या मोमबत्ती द्वारा बनते हैं इन्हें सही ढंग से और सही ऑर्डर में एक्जिक्यूट करना और पढ़ना महत्वपूर्ण होता है। इस प्रकार के पैटर्न में निम्नलिखित पैटर्न को शामिल किया जाता है:-

  • मारोबोजू (Marubozu Candlestick)
  • हथोड़ा (Hammer Candlestick)
  • डोजी (Doji Candlestick)
  • हेंगिंग मेन (Hanging Man Candlestick)
  • शूटिंग स्टार (Shooting Star Candlestick)
  • मास्टर मोमबत्ती
  • स्पीनिंग टॉप (Spinning टॉप Candlestick)

2. मल्यटिपल केंडलस्टिक पैटर्न: यह वह केंडलस्टिक पैटर्न होते हैं जो दो या दो से अधिक केंडलस्टिक या मोमबत्तियों द्वारा गठित होते हैं। इस प्रकार के पैटर्न में निम्नलिखित पैटर्न को शामिल किया जाता है:-

  • एनगालफिंग
  • पियरशिंग लाइन
  • काले बादल आवरण (Dark Cloud Cover Candlestick Pattern):
  • हरामि
  • मॉर्निंग स्टार
  • ईवनिंग स्टार

विभिन प्रकार के महत्वपूर्ण केंडलस्टिक पैटर्न की संक्षिप्त जानकारी निचे दी गई है:

मोरुबोजु कैंडलस्टिक ( Marubozu candlestick )

यह शब्द जापानी है जिसका मतलब होता है ‘’गंजा’’ क्योंकि इस केंडलस्टिक में ऊपर और नीचे की बाती अर्थात केंडलस्टिक का ना तो हेड होता है और ना ही टेल। इसलिए यह गंजे के जैसे दिखता है। इसका अर्थ यह होता है कि निर्धारित समय सीमा के दौरान मूल्यों में कोई महत्वपूर्ण वृद्धि या कमी नहीं हुई। यह दो प्रकार का होता है  – बुलिश और बियरिश।

Marubozu Candlestick
Marubozu Candlestick

बियरिश मोरुबोजू:

  • इसमें प्रारंभिक मूल्य लगभग उच्च मूल्य के बराबर होता है।
  • इसमें नकारात्मक भावना का संकेत मिलता है। अर्थात पूरे दिन के दौरान हर मूल्य पर बिक्री की गतिविधि जारी रही। इसलिए लगभग सबसे कम मूल्य के आसपास ही इसका समापन मूल्य होता है।
  • इस केंडलस्टिक के आधार पर यह संकेत मिलता है कि हमें बेचने का निर्णय लेना चाहिए क्योंकि यह माना जाता है कि ट्रेंड दोबारा दोहराया जाएगा इसलिए इसके समापन मूल्य के आसपास हमें बेचना चाहिए।

बुलिश मोरुबोजु:

  • इसमें प्रारंभिक मूल्य लगभग निम्नत्तम मूल्य के आसपास होता है।
  • इसमें सकारात्मक भावना का संकेत मिलता है अर्थात पूरे दिन के दौरान खरीदने की गतिविधि जारी रही और लगभग उच्च मूल्य के आसपास ही इसका समापन मूल्य होता है।
  • इसमें खरीदने का निर्णय समापन मूल्य के आसपास ही लिया जाना चाहिए क्योंकि इस पैटर्न को खरीदने के अवसर के रूप में देखा जाता है और यह माना जाता है कि ट्रेंड खुद को दोहराएगा।

हथोड़ा केंडलस्टिक (Hammer Candlestick)

इसमें मोमबत्ती का शरीर अर्थात केंडलस्टिक की बॉडी बहुत छोटे आकार की होती है और इसमें केंडलस्टिक के ऊपर की बाती (हेड) बिल्कुल नहीं होती या फिर बहुत छोटी होती है जबकि नीचे की बाती (टेल) बहुत लंबी होती है। इसको बुलिस रिवर्सल पैटर्न (Bullish Reversal Pattern) माना जाता है।

यह डाउनट्रेंड के बाद नीचे दिखाई देता है। इससे हमें संकेत मिलता है कि निर्धारित समय सीमा के दौरान बिक्री लगातार बनी रही और मजबूत बिक्री के दबाव के बाद अंततः खरीदने वालों ने मूल्य पर नियंत्रण कर लिया और इस पैटर्न के बाद मूल्य ऊपर की ओर जा सकते हैं।

Hammer Candlestick
Hammer Candlestick

हैमर केंडलस्टिक बियारिश भी हो सकती है और बुलिस भी, लेकिन यह अगर बुलिस है तो हम इसको एक मजबूत संकेत मानते हैं खरीदने के लिए।

डोजी (Doji Candlestick)

इस केंडलस्टिक में बॉडी नहीं होती है क्योंकि इसमें प्रारंभिक मूल्य और समापन मूल्य लगभग बराबर ही रहते हैं और इसमें हेड और टेल की लंबाई कुछ भी हो सकती है। यह केंडलस्टिक Reversal का संकेत देती है अर्थात अगर अब तक बाजार में तेजी थी तो इस केंडलस्टिक के बाद बाजार मंदी की तरफ जाता है और अगर अब तक बाजार में मंदी थी तो इस केंडलस्टिक के आने के बाद वह तेजी की तरफ चलता है।

जरूरी नहीं कि इसमें बिल्कुल भी बॉडी ना हो बल्कि छोटी बॉडी वाली कैंडल स्टिक को भी हम डोजी केंडलस्टिक मान सकते हैं। यह रिवर्सल का संकेत देती है इसलिए यह केंडलस्टिक या तो लगातार खरीदारी में बनती है या फिर लगातार बिक्री में बनती है। कई बार कैंडलेस्टिक चार्ट में ट्रेड ट्रेप (Trade Trap) भी बनता है, आपको उसका विश्लेषण करके पहचानना होगा उसके बाद ही ट्रेड शुरू करें।

Doji Candlestick
Doji Candlestick

डोजी केंडलस्टिक निम्नलिखित 4 प्रकार के होते हैं।

  1. Long Legged
  2. Dragonfly
  3. Gravestone
  4. For Price / Common 

हेंगिंगमेन (Hanging Man Candlestick)

यह केंडलस्टिक जब बाजार में ट्रेंड लगातार ऊपर जा रहा होता है तब उसमें अगर पेपर अंब्रेला बनती है तो उसे हैंगिंग मैन केंडलस्टिक कहेंगे। यह हैमर केंडलस्टिक का बिल्कुल विपरीत होती है।

Hangging man candlestick
Hangging man candlestick

इस केंडलस्टिक के बनने के लिए एक केंडल पेपर अंब्रेला बननी चाहिए, मार्केट में तेजी होनी चाहिए, केंडल किसी भी रंग का हो सकता है, इसकी लोअर शैडो या फिर नीचे की बाती लंबी होनी चाहिए जिससे यह संकेत मिलता है कि बाजार में बियर का प्रवेश हो रहा है इसलिए हमें बिकवाली की तैयारी में रहना चाहिए। यह केंडलस्टिक काफी लंबी चाल के बाद बनना चाहिए।

ट्रेड ट्रैप को भी चार्ट का विश्लेषण करके पहचानना चाहिए। अपना खुद का नजरिया बनाएं और किसी की नकल ना करें ट्रेड करने के लिए।

शूटिंग स्टार (Shooting Star Candlestick)

यह केंडलस्टिक पैटर्न दुनिया में बहुत ज्यादा प्रचलित है। यह उल्टे पेपर अंब्रेला के जैसी होती है। इसमें लोअर शैडो या तो बिल्कुल नहीं होती या फिर ना के बराबर होती है और अपर शैडो बहुत लंबी होती है। यह एक बियारिश केंडल होती है।

Shooting star candlestick
Shooting star candlestick
  • मार्केट तेजी में होती है और यह केंडल बनने के 1 दिन पहले हरी केंडल बनती है।
  • अगले दिन जब शूटिंग स्टार केंडल बनती है तो बाजार एक नया हाई बनाता है लेकिन वहां टिक नहीं पाता और बेचने वाले हावी हो जाते हैं।
  • बिकवालों के बाजार में आने से बाजार नए लो पर आके बंद होता है।
  • इस कैंडल की अपर शैडो केंडल की बॉडी से दुगनी या उससे भी अधिक होनी चाहिए।
  • इस स्थिति में ट्रेडर को बिकवाली ढूंढनी चाहिए। और स्टॉप लॉस इंट्राडे के लिए उस दिन का हाई होना चाहिए।
  • ट्रेडर को यह सुनिश्चित अवश्य करना होगा कि असल में शूटिंग स्टार केंडल बंद भी रहा है या नहीं।

स्पिनिंग टॉप (Spinning Top Candlestick)

इस केंडलस्टिक में बॉडी छोटी होती है और लगभग बराबर लंबाई के हेड और टेल होते हैं। इसका अर्थ है प्रारंभिक मूल्य और समापन मूल्य लगभग बराबर है और दिन के दौरान कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है इसलिए बॉडी छोटी होती है। इसके अलावा हेड और टेल की लगभग बराबर लंबाई का अर्थ है स्टॉक को उच्च व निम्न स्तर पर लाने की कोशिश की गई थी लेकिन वह कामयाब नहीं हुई क्योंकि स्टॉक का मूल्य किसी भी दिशा में इतना ज्यादा नहीं बढ़ पाया।

यह केंडलस्टिक दो प्रकार की हो सकती है – बुलिस स्पिनिंग टॉप और बीयरीश स्पिनिंग टॉप

  • बियरिश स्पिनिंग टॉप: यह केंडलस्टिक डाउनट्रेंड में होती है इसका अर्थ यह है कि बुल ने बाजार के डाउनट्रेंड में प्रवेश किया है। इस स्थिति में दो बातें हो सकती हैं –  1. मार्केट ट्रेंड्स का उलट होता है और यह एक खरीद का अवसर हो सकता है, 2. बियर बेचने के एक और दौर को शुरू कर सकते हैं।
  • बुलिस स्पिनिंग टॉप: यह केंडलस्टिक अपट्रेंड में होती हैं अर्थात बाजार में बीयर ने प्रवेश कर लिया है। इसके बाद दो बातें हो सकती हैं – 1. मार्केट ट्रेंड्स का उल्टा होता है और इसमें कुछ बिक्री कर के लाभ कमाया जा सकता है, 2. बुल खरीदी के एक और दौर को शुरू कर सकते हैं।
Spinning Top Candlestick
Spinning Top Candlestick

एक डाउनट्रेंड या अपट्रेंड स्पिनिंग टॉप की पहचान करने का अर्थ है कि ट्रेडर को दोनों स्थितियों के लिए तैयार रहना होगा और अपनी रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर ही ट्रेड का निर्णय लेना होगा।

एनगल्फिंग पैटर्न (Engulfing Candlestick Pattern)

यह एक केंडलस्टिक ही नहीं बल्कि एक पैटर्न है। यह एक दिन की पहली केंडल से बनता है। मान लेते हैं कि आज मंगलवार है और आज एक केंडल बनी है उसके अगले दिन बुधवार को जो केंडल बनी उसने पहले दिन यानी मंगलवार की केंडल को पूरी तरह से ढक लिया है तो इस पैटर्न को हम एनगल्फिंग पैटर्न कहेंगे जिसका अर्थ होता है ढकना।

Engulfing Candlestick Pattern
Engulfing Candlestick Pattern

यह पैटर्न दो तरह का होता है –  बुलिश एनगालफिंग और बियरिश एनगालफिंग

बियरिश एनगल्फिंग पैटर्न:

यह पैटर्न जब बाजार में उतार-चढ़ाव आते हैं तब ऊपर की तरफ बनता है जिसके कारण इसे हम बियारिश एनगल्फिंग पैटर्न के नाम से जानते हैं। यह दिखने में बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न की तरह होता है लेकिन इसे बेचने के अवसर के तौर पर देखा जाता है।

बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न:

बाजार में गिरावट आने के दौरान यह पैटर्न बनता है। इसमें पैटर्न की पहली केंडलस्टिक लाल रंग की होनी चाहिए जिससे कि बाजार के बियारिश ट्रेंड की पुष्टि हो सके और दूसरी केंडलस्टिक हरी होनी चाहिए जो कि इतनी लंबी हो कि पिछले दिन की लाल रंग की केंडल को ढक सके। इस पैटर्न को खरीदने के अवसर के रूप में देखा जाता है।

एनगलफिंग पैटर्न में ध्यान देने योग्य बातें:

  1. यह पैटर्न 2 दिन की केंडल को मिलाकर बनता है।
  2. इसमें जोखिम से बचने वाला, पैटर्न बनने के पश्चात यह सुनिश्चित करता है कि वह केंडल सही काम कर भी रहा है कि नहीं उसके पश्चात ही खरीदारी या बिकवाली का निर्णय लिया जाता है।
  3. जोखिम उठाने वाला ट्रेडर जिस दिन भी यह केंडल बन रहा होता है उस दिन ही बाजार के बंद होने से पहले रिस्क ले सकता है।
  4. ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि जिस केंडल में बहुत अधिक उछाल हो उसको छोड़ देना ही समझदारी होगी।

पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न (Piercing Candlestick Pattern)

यह पैटर्न लगभग पूरी तरह से एनगलफिंग पैटर्न के जैसा ही होता है। पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न और एनगलफिंग पैटर्न में सिर्फ एक ही अंतर होता है वह यह कि एनगलफिंग पैटर्न में 1 दिन पहले की केंडल को पूर्ण रूप से ढक लिया जाता है जबकि पियरशिंग पैटर्न में कुछ हिस्से को ही ढका जाता है।

काले बादल आवरण (Dark Cloud Cover Candlestick Pattern)

Dark Cloud Cover Candlestick Pattern
Dark Cloud Cover Candlestick Pattern

यह पैटर्न भी देखा जाए तो बियारिश एनगालफिंग के जैसे ही होता है लेकिन इसमें थोड़ा सा ही अंतर होता है। जहां एनगल्फिंग पैटर्न में केंडल को पूरी तरह से ढक लिया जाता है वही इस पैटर्न में केंडल को 100% से कम और 50% से अधिक ही ढका जाता है। हम चाहे तो इसे बियरिश पियरशिंग पैटर्न भी कह सकते हैं।

यह पैटर्न तब बनता है जब एक लंबी हरी केंडल बनती है तो डार्क क्लाउड के लाल रंग की केंडल से तेजी करने वाले ट्रेडरों के अंदर एक डर पैदा हो जाता है जिससे वे अपनी स्थिति को काट देते हैं जिसकी वजह से बाजार में और भी अधिक गिरावट देखने को मिलती है।

हरामि (Harami Candlestick Pattern)

इस पैटर्न में मान लिया जाए की एक केंडल हरी बनती है जोकि बड़ी होती है और उसके पश्चात उसके विपरीत जो केंडल बनती है वह लाल रंग की बनती है और बहुत छोटी बनती है जोकि दिखने में हरी केंडल के बच्चे के जैसे दिखती है उस पैटर्न को हम हरामि पैटर्न कहेंगे।

  1. जब लगातार कई दिनों तक बाजार गिरावट में चल रहा हो और लाल केंडल बनती जा रही हो और एक दिन एक लाल केंडल बहुत बड़ी बनती है।
  2. उसके अगले दिन बाजार खुलने पर एक हरी केंडल बनती है।
  3. इस हरीकेंडल के बनने से जो ट्रेडर बेच रहे थे उनमें अचानक घबराहट आ जाती है।
  4. उस हरी केंडल के बनने के अगले दिन बाजार फिर से ऊपर की तरफ जाने लगता है जिससे बेचने वाले समझ जाते हैं कि अब बाजार का ट्रेंड बदल गया है।
  5. इसके पश्चात वह सब ट्रेडर भी खरीदने लग जाते हैं जिससे बाजार वापिस तेजी से ऊपर की तरफ उठने लगता है।

यह पैटर्न भी दो तरह का होता है बुलिस हरामि और बियारिश हरामि:

  1. बियरिश हरामि: यह पैटर्न ट्रेंड के शिखर पर दिखाई देता है। यह 2 दिनों की अवधि के दौरान विकसित होता है। पहले दिन की हरे रंग की केंडल नए उच्च मूल्य को दर्शाती है जिससे बुलिस ट्रेंड सुनिश्चित हो जाता है। दूसरे दिन प्रारंभिक मूल्य पिछले दिन के समापन मूल्य से कम होता है और दिन एक नकारात्मक सोच पर समाप्त होता है जिससे एक लाल रंग की छोटी केंडलस्टिक बनती है।
  2. बुलिस हरामि: यह डाउनट्रेंड के निचले हिस्से में दिखता है। यह भी 2 दिनों की अवधि के दौरान विकसित होता है। पहले दिन की लाल रंग की केंडलस्टिक एक निम्न कीमत को दर्शाती है जो बियरिश ट्रेंड को सुनिश्चित करती है। उससे अगले दिन प्रारंभिक मूल्य पिछले दिन के समापन मूल्य से अधिक होता है और दिन एक सकारात्मक सोच पर समाप्त होता है जिससे एक हरे रंग की छोटी केंडलस्टिक बनती है।

मॉर्निंग स्टार (Morning Star Candlestick Pattern)

इस पैटर्न में तीन केंडलस्टिक के समूह सम्मिलित होते हैं जोकि डाउनट्रेंड बाजार में बदलते ट्रेंड की तरफ संकेत करते हैं। इससे खरीदने के अवसरों का संकेत मिलता है।

पहला दिन: एक लाल रंग की केंडलस्टिक एक नया निम्न मूल्य दिखाती है जिससे बियरिश ट्रेंड की पुष्टि होती है। 

दूसरा दिन: बाजार पिछले दिन के समापन मूल्य की तुलना में कम कीमत पर खुलता है। इससे बहुत अधिक नकारात्मक भावना बाजार की दिखती है।

तीसरा दिन: बाजार पिछले दिन की समापन मूल्य की तुलना में हाय मूल्य पर खुलता है। इससे बाजार की सकारात्मक भावना दिखती है। तीसरे दिन बनी कैंडलस्टिक हरे रंग की होती है और समापन मूल्य पहले दिन के शुरुआत के मूल्य से अधिक होता है।

इवनिंग स्टॉप (Evening Star Candlestick Pattern)

इस केंडलस्टिक पैटर्न में भी 3 कैंडलस्टिक के समूह को सम्मिलित किया जाता है जिससे कि अपरिवर्तनीय बाजार में बदलते ट्रेंड का संकेत मिलता है। इससे बेचने के अवसरों का संकेत मिलता है।

11`125पहल दिन: एक हरे रंग की केंडलस्टिक जो कि उच्च मूल्य दिखाती है जिससे बुलिश ट्रेंड सुनिश्चित होता है।

दूसरा दिन: ओपनिंग में अंतर होता है, हालांकि दूसरे दिन एक स्पिनिंग टॉप या फिर डोजी केंडल के साथ बाजार क्लोज हो जाता है जिससे बाजार में अनिश्चितता का संकेत मिलता है।

तीसरा दिन: तीसरे दिन भी ओपनिंग में अंतर होता है और यह दिन एक लाल रंग की केंडलस्टिक के साथ बंद होता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न फॉर्मूला

हम कैंडलस्टिक में एक फोर्मूले का सेट लागू कर सकते हैं और उसके आधार पर पहचान कर सकते हैं की किस पैटर्न को बनाना है। जब आप को पता लग जाये की आने वाला पैटर्न कोनसा है तब आप लाभ कमाने के लिए किस भी संबन्धित ट्रेड के लिए निर्णय ले सकते हैं। इन फोर्मूलों के लगातार उपयोग से आप इनको आसानी से उपयोग कर पाओगे और आसानी से समझ पाओगे।

उदाहरणतः एक बुलिश कैंडलस्टिक के लिए: केंडल की बॉडी (पिछले 5 ट्रेडिंग सेशन के लिए एव्रेज) x 1.3 से ज्यादा

उदाहरणतः एक बियरिश कैंडलस्टिक के लिए: केंडल की बॉडी (पिछले 5 ट्रेडिंग सेशन के लिए एव्रेज) x 0.5 से ज्यादा

उदाहरणतः एक मोरुबोजू कैंडलस्टिक के लिए: केंडल की बॉडी की अपर शेडो बॉडी से कम  0.03   2. केंडल की बॉडी की लोअर शेडो बॉडी से कम 0.03


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Rashvinder
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मैं Rashvinder Narwal टेक्निकल फील्ड में एक्सपर्ट हूं और कंटेंट राइटिंग के साथ-साथ SEO में भी एक्सपर्टीज रखता हूं। मैं हमेशा जनरल नॉलेज और ज्ञानवर्धक टॉपिक्स के साथ ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर भी रिसर्च करता रहता हूं और उससे संबंधित लेख इस वेबसाइट पर पब्लिश करता हूं। मेरा मकसद हिंदी डाटा वेबसाइट पर सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना है।
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