रविवार, सितम्बर 24, 2023

DM कैसे बनें? – सम्पूर्ण जानकारी

- Advertisement -

दोस्तों किसी भी जिले अगर हम एक सम्मानीय पद की बात करें तो वह जिला अधिकारी का होता है। कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने वाला हर छात्र चाहता है कि उसे एक अच्छी सरकारी जॉब मिले लेकिन कुछ दोस्त ऐसे भी हैं जो जिला अधिकारी पद पाने की इच्छा रखते हैं।

अगर आपका भी डीएम बनने का ख्वाब है और आप भी चाहते हैं कि आप जिला अधिकारी बने तो आप इस पोस्ट ( DM Kaise Bane ) में आप डीएम पद की सभी जानकारी पा सकते हैं।

इस पोस्ट में आप जानेंगे की DM कौन होता है, DISTRICT MAGISTRATE / DM कैसे बनें, DM बनने के लिए योग्यता, DM बनने के लिए आयु, तैयारी, टिप्स, DM KI सैलरी आदि।

District Magistrate, DM Kaise Bane

DM फुल फॉर्म

DM की फुल फॉर्म District Magistrate है, और हिंदी में district magistrate को जिला अधिकारी या कलेक्टर कहते हैं।

- Advertisement -

DM किसे कहते हैं?

District magistrate जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है जिसे सरकार की तरफ से सभी प्रकार के राजसव और प्रशासनिक अधिकार दिए जाते हैं। जिला अधिकारी का काम जिले में सुरक्षा बनाए रखना और व्यवसाय या सभी तरह की अधिकारों की सुरक्षा प्रदान करना होता है। इसके अलावा इसके अलावा जिला अधिकारी समय-समय पर अलग-अलग जगहों पर छापा मारकर और दौरे करके यह जांच ता है कि कहीं पर कुछ गलत काम या किसी सुरक्षा में या किसी व्यवस्था में कोई कमी ना हो। जिले की व्यवस्था और सुरक्षा की जिम्मेवारी जिला अधिकारी की होती है इसीलिए डीएम को जिले का मुखिया भी कहा जाता है।

Note : यह District Collector की तरह भी काम करते हैं या कर सकते हैं। जिनको DC के नाम से भी जाना जाता है।

DM और DC में अंतर

DC: DC को ज़िला कलेक्टर भी कहते हैं और DC ज़िले में राजस्व प्रशासन का सर्वोच्च अधिकारी होता है।

DM: DM को ज़िला अधिकारी भी कहते हैं, और DM / जिला मजिस्ट्रेट एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी होता है जो जिले के सामान्य प्रशासन के सबसे वरिष्ठ कार्यकारी मजिस्ट्रेट और मुख्य प्रभारी होते हैं।

- Advertisement -

DM का क्या काम होता है?

जिला मजिस्ट्रेट या कलेक्टर का काम जिले के अंदर सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन व्यवस्था आदि को शांति पूर्वक कायम रखना होता है।

जिला मजिस्ट्रेट एक बहुत ही सम्मानीय पद है और यह जिले का मुखिया होता है इसीलिए डीएम की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने जिले में हर प्रकार की प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखें और किसी भी स्कूल हस्पताल या सरकार द्वारा संचालित किसी भी कार्य में बाधा ना आए।

डीएम का काम यह भी होता है कि सरकार द्वारा चलाए गए कार्यों से लोगों को पूर्ण लाभ मिले और यह सुनिश्चित करना कि किसी भी गांव या जगह पर पानी विभाग, बिजली विभाग आदि अपने कार्यों को पूरी जिम्मेदारी से करते हैं या नहीं।

इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे कार्य हैं जिन की जिम्मेवारी डीएम की होती है।

  • शस्त्र अधिनियम के तहत हथियार और गोला-बारूद लाइसेंस प्रदान करना।
  • सिनेमाघरों को लाइसेंस प्रदान करना।
  • जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख होते हैं।
  • कार्यकारी मजिस्ट्रेट की आपराधिक अदालत का संचालन करता है।
  • कानून व्यवस्था बनाए रखना।
  • जेलों का पर्यवेक्षण और मृत्युदंड के निष्पादन का प्रमाणीकरण करना।
  • जिले के पुलिस थानों, जेलों और किशोर गृहों का निरीक्षण करना।
  • कैदियों को पैरोल के आदेश DM द्वारा दिए जाते हैं।
  • प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, अकाल या महामारी के दौरान आपदा प्रबंधन करना।
  • दंगों या बाहरी आक्रमण के दौरान संकट के बचने का प्रबंध करना।
  • बाल श्रम से सम्बंधित मामले सम्भालना।

DM कैसे बने – सम्पूर्ण जानकारी

DM बनने के लिए है UPSC की परीक्षा के तहत CSE परीक्षा को पास करना पड़ता है। यदि कोई उम्मीदवार इस परीक्षा में पास हो जाएगा तो वे हैं IAS अधिकारी बन जाता है और कुछ समय पश्चात पदोन्नति देकर उस IAS अधिकारी को DM का पद दिया जाता है।

CSE परीक्षा में पास हुए उम्मीदवार के परीक्षा के नम्बरों द्वारा रैंक तय होता है और रैंक के अनुसार उन उम्मीदवारों को अलग अलग विभाग में अधिकारी नियुक्त किया जाता है। इस परीक्षा में दो करने वाले उम्मीदवारों को मुख्य IAS शाखा का कार्य पद दिया जाता है जैसे ज़िला प्रमुख या ज़िला कलेक्टर आदि।

इस CSE की परीक्षा मेंउत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को IAS के अलावा अलग अलग विभागों में भी उच्च पद मिलते हैं जैसे पुलिस विभाग में आयी पी एस (IPS), वित्त विभाग में IRS और IFS में राजदूत की नौकरी मिलती है।

1. DM बनने के लिए परीक्षा

जैसा कि आपने जाना DM का पद सिर्फ़ IAS शाखा में चुने जाने वाले उम्मीदवार को ही मिल सकता है। इसके लिए आपको CSE की परीक्षा पास करनी होगी जो 3 चरणों में होती है।

English में परीक्षा के नामहिंदी में परीक्षा के नाम
1. Preliminary Exam
2. Main Exam
3. Interview
1. प्रारंभिक परीक्षा
2. मुख्य परीक्षा
3. साक्षात्कार
DM बनने के लिए परीक्षा
  • Preliminary Exam / प्रेलिमिनरी परीक्षा UPSC की CSE परीक्षा का पहला चरण होता है, और अगर कोई उम्मीदवार इस प्रेलिमिनरी परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाता है तभी वह मुख्य परीक्षा देने के योग्य होता है। इसमें उम्मीदवार को 2 पेपर की परीक्षा देनी होती है जिसमें पहले पेपर में 100 सवाल के 200 नम्बर और दूसरे पेपर में 80 सवाल के 200 नम्बर होते हैं। दोनो पेपर में 2-2 घंटे का समय मिलता है जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए कम से कम 33% नम्बर लाना होता है और कट ओफ़ लिस्ट आवेदनकर्तों की संख्या पर निर्भर करता है।
  • Main Exam / मुख्य परीक्षा UPSC की CSE परीक्षा का दूसरा चरण होता है, और प्रेलिमिनरी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार इस परीक्षा को दे सकते हैं। इसमें 9 पेपर देने होते हैं जिनमे से पेपर A और पेपर B पास करना ज़रूरी होता है। पेपर A में आप किसी भी भारतीय भाषा को चुन सकते हैं और पेपर B में इंग्लिश भाषा में परीक्षा देनी होती है। दोनो पेपर में 3-3 घंटे का समय और अधिकतम 300-300 नम्बर मिलते हैं। बाक़ी बचे 7 पेपर में आपको विकल्प चुनना होता है, और हर पेपर के 250 नम्बर और 3 घंटे का समय दिया जाता है।
  • Interview / साक्षात्कार UPSC की CSE परीक्षा का आख़री चरण होता है, जिसमें मुख्य परीक्षा से पास उम्मीदवार आते हैं। इसमें उम्मीदवार की समस्याओं को हल करने की शक्ति और सभी तरह की योग्यता को परखा जाता है। साक्षात्कार और पहले दो चरणो की परीक्षा के नम्बर को मिलकर उम्मीदवारों के रैंक निर्धारित किए जाते हैं और उन्हें अलग अलग विभाग में अधिकारी नियुक्त किया जाता है।

2. DM बनने के लिए योग्यता

DM बनने के लिए आपको शैक्षणिक, नागरिकता और निर्धारित आयु में योग्य होना होगा तभी आप इस DM पद के लिए परीक्षा दे सकते हैं। जो निम्न हैं –

शैक्षणिक योग्यता

DM बनने के लिए आपको न्यूनतम स्नातक ( Bachelor Degree ) पास होना अनिवार्य है। अगर आप कोई मेडिकल डिग्री कर रहें हैं तथा इंटर्न-शिप बाक़ी है, तब भी आप CSE परीक्षा के लिए फ़ॉर्म भर सकते हैं।

नागरिकता

CSE की परीक्षा देने के लिए आपका भारतीय होना अनिवार्य है। यदि आप भारत के मूल निवासी नहीं हैं, और अप्रवासी भारतीय हैं तो आपको CSE की परीक्षा देने की अनुमति मिलना मुश्किल हो सकता है।

DM बनने के लिए आयु

उम्र कैटेगॉरी के हिसाब से अलग अलग है। आप अपनी कैटेगॉरी के हिसाब से निर्धारित आयु देख सकते हैं।

CategoryMinimun AgeMaximum Age
General2132
OBC2135
SC/ST2137
DM बनने के लिए आयु

DM की सैलरी

मौजूदा आँकड़ों के हिसाब से DM की तनख़्वाह 56,000/- रु से 2,50,000/- रु तक होती है। इसके अलावा DM को रहने के लिए बंगला, गाड़ी, सुरक्षा गार्ड, सहायक, और नौकर आदि जैसी अनेकों सुविधाएँ दी जाती है।

DM Kaise Bane से जुड़े कुछ और सवाल

DM कितने ज़िलों का मालिक होता है?

DM एक IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी होता है, जो किसी 1 ज़िले के प्रशासन के सबसे बड़े अधिकारी होते हैं। इन्हें ज़िला मजिस्ट्रेट के नाम से भी जाना जाता है।

DM बनने के लिए कम से कम कितनी पढ़ाई होनी चाहिए?

UPSC की CSE की परीक्षा के लिए आपका कम से कम स्नातक पास होना ज़रूरी है।

क्या किस और देश की नागरिकता के साथ DM बन सकते हैं?

नहीं, DM बनने के लिए CSE की परीक्षा होती है जिसमें आपका भारत का मूल निवासी होना अनिवार्य है।


ज़रूर पढ़ें:

Rashvinder
Rashvinder
मैं Rashvinder Narwal टेक्निकल फील्ड में एक्सपर्ट हूं और कंटेंट राइटिंग के साथ-साथ SEO में भी एक्सपर्टीज रखता हूं। मैं हमेशा जनरल नॉलेज और ज्ञानवर्धक टॉपिक्स के साथ ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर भी रिसर्च करता रहता हूं और उससे संबंधित लेख इस वेबसाइट पर पब्लिश करता हूं। मेरा मकसद हिंदी डाटा वेबसाइट पर सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना है।
- Advertisement -

सम्बंधित जानकारी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

ज़रूर पढ़ें

नवीनतम