सोमवार, अक्टूबर 2, 2023

जय अम्बे गौरी आरती – Jai Ambe Gauri Lyrics

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माता अम्बे गौरी की आरती – Jai Ambe Gauri, Maiya jai Shyama Gauri…

जय अम्बे गौरी आरती, Jai ambe gauri Aarti,

जय अम्बे गौरी आरती

।।आरती।।

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

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कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै ।
रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी ।
सुर-नर-मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती ।
कोटिक चंद्र दिवाकर, सम राजत ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

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चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे ।
मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

ब्रह्माणी, रूद्राणी, तुम कमला रानी ।
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

चौंसठ योगिनी मंगल गावत, नृत्य करत भैरों ।
बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता।
भक्तन की दुख हरता, सुख संपति करता ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी । [खड्ग खप्पर धारी]
मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती ।
श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

श्री अंबेजी की आरति, जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी, सुख-संपति पावे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी ।।

Jai Ambe Gauri Aarti

।। Aarti ।।

Jai Ambe Gauri Maiya, Jaa Shyama Gauri ।
Nishdin Tumko Dhyaavat, Hari Brahma Shivji ॥

Mang Sinduur Biraajat, Tiko Mrigmad ko।
Ujjvalse Dou Naina, Chandravadan Niko ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Kanak Saman Kalevar, Raktambar Raje ।
Raktapushp Galmala, Kanthhar Saje ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Kehari Vahan Rajat, Khadg Khappar Dhari ।
Sur Nar Munijan Sevat, Tinke Dukhahari ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Kanan Kundal Shobhit, Nasagre Moti ।
Kotik Chandra Divakar, Samrajat Jyoti ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Shumbh-Nishumbh Vidare,
Mahishasur Ghati ।
Dhumra-Vilochan Naina, Nishdin Madmati ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Chanda-Munda Sanhera, Shonit Bij Hare ।
Madhu-Katitabha Mare,Sur Bhayhin Kare ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Brahmani, Rudrani, Tum Kamala Rani ।
Agam-Nigam Bakhani, Turn Shiv Patrani ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Chaunsath Yogini Gavat,
Nritya Karat Bhairon ।
Bajat Tab Mridanga, Aur Bajat Damru ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Tum Ho Jag Ki Mata, Tum Hi Ho Bharta ।
Bhaktan Ki Dukh Harta,
Sukh Sampati Karta ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Bhuja Char Ati Shobhit, Var Mudra Dhari ।
Manvanchhit Phal Pavat, Sevat Nar Nari॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Kanchan Thal Virajat, Agaru Kapur Bati ।
Sri-Malketu Me Rajat, Koti ratan Jyoti ॥
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Shri Ambe ki aarti, jo koi nar gaave ।
Kahat Shivanand swami, sukh sampati paave ।।
॥ॐ Jai Ambe Gauri…॥

Jai ambe gauri, Maiya Jai Shama Gauri ।।

आरती : जय अम्बे गौरी

ज़रूर पढ़ें – Durga Chalisa – दुर्गा चालीसा

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जय अम्बे गौरी आरती, Jai ambe gauri Aarti,

माँ अम्बे के नौ रूप

माँ अम्बे को माँ दुर्गा और माँ भगवती के नाम से भी पुकारा जाता है। माँ दुर्गा के 108 नाम हैं और 9 रूप हैं जिनके बारे जानकारी नीचे दी गयी है।

  1. माता शैल पुत्री – शैल पुत्री को मां दुर्गा का प्रथम रूप माना जाता है। शैल पुत्री के पिता पर्वत-राजा हिमालय थे इसीलिए इनका नाम शैल पुत्री पड़ा। नवरात्रों में मां शैल पुत्री की पूजा सबसे पहले दिन होती है और इनकी स्तुति और जाप से धन में वृद्धि, ऐश्वर्य में बढ़ावा और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
    माता शैल पुत्री मंत्र ॐ ऐं ह्रिं क़र्ली शैलपुत्र्यै नम:।
  2. माता ब्रह्मचारिणी – माता ब्रह्मचारिणी को मां दुर्गा का द्वितीय रूप माना जाता है। माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से सदाचार, त्याग और तप की भावना बढ़ती है और माता ब्रह्मचारिणी अपने भगतों पर हमेशा अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं।
    माता ब्रह्मचारिणी मंत्र – ॐ ऐं ह्रिं क़र्ली ब्रह्मचारिण्यै नम:।
  3. मां चंद्रघंटा – माता चंद्रघंटा दुर्गा मां का तृतीय स्वरूप है और इनकी उपासना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और पापों से मुक्ति भी माता चंद्रघंटा की उपासना करने से प्राप्त होती है। माता चंद्रघंटा को वीरता के गुणों में वृद्धि लाने वाला कहा गया है।
    माता चंद्रघंटा मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चन्द्रघंटायै नम:।
  4. माता कूष्माण्डा – माता कूष्माण्डा जी को माता दुर्गा का चतुर्थ रूप माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन्होंने ही ब्रह्मांड की रचना की थी और इन्हें दोष, रोग और शोक के निवारण करने वाली माना जाता है और इनकी उपासना करने से यश, आयु और बल की वृद्धि होती है।
    माँ कूष्माण्डा मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कूष्मांडायै नम:।
  5. स्कंदमाता – नवरात्रों में पाँचवा दिन को इनकी उपासना होती है और इन्हें माता दुर्गा का पाँचवाँ रूप माना जाता है। स्कंदमाता की उपासना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और स्कंदमाता अपने भगतों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करी हैं। इनकी आराधना विशुद्ध चक्र में ध्यान करके की जाती है।
    स्कंदमाता मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कंदमातायै नम:।
  6. कात्यायनी माता – कात्यायनी माता मां दुर्गा का छठा रूप हैं और नवरात्रों में छठे दिन इनकी पूजा की जाती है। कात्यायनी माता की उपासना करने से भय, रोग दूर होता है और शक्ति का संचार होता है। इनकी स्तुति करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
    कात्यायनी माता मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कात्यायनायै नम:।
  7. कालरात्रि माता – कालरात्रि माता, मां दुर्गा का सातवाँ रूप है और इनकी आराधना नवरात्रों में सातवें दिन होती है। कालरात्रि माता की स्तुति और जाप से शत्रुओं का नाश होता है और पापों से मुक्ति मिलती है।
    मां कालरात्रि मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नम:
  8. महागौरी माँ – महागौरी माँ की आराधना अष्टमी के दिन होती है और इनके पापों का नाश करने, सुख में वृद्धि करने वाला बताया गया है। अष्टमी के दिन इनकी पूजा होती है और इसकी उपासना से अलौकिक सिद्धि की प्राप्ति होती है।
    माँ महागौरी मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:
  9. माँ सिद्धिदात्री – माँ सिद्धिदात्री की पूजा नवमी से दिन यानी नवरात्रों में आख़री दिन नवमी को की जाती है। माँ सिद्धिदात्री की स्तुति व आराधना से महिमा, अमरत्व, भावना और सभी प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती हैं।
    माँ सिद्धिदात्री मंत्र – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्र्यै नमः
Rashvinder
Rashvinder
मैं Rashvinder Narwal टेक्निकल फील्ड में एक्सपर्ट हूं और कंटेंट राइटिंग के साथ-साथ SEO में भी एक्सपर्टीज रखता हूं। मैं हमेशा जनरल नॉलेज और ज्ञानवर्धक टॉपिक्स के साथ ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर भी रिसर्च करता रहता हूं और उससे संबंधित लेख इस वेबसाइट पर पब्लिश करता हूं। मेरा मकसद हिंदी डाटा वेबसाइट पर सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना है।
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