यदि आप भी Processed Food का सेवन हर रोज या अधिक मात्रा में इसका सेवन कर रहे हैं, तो आपको सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि Processed Food हमारे शरीर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा सकता है और हमें अलग-अलग बीमारियों से लड़ना पड़ सकता है।
Processed Food खाने की वजह से अनेकों प्रकार की बीमारियां होती हैं। फ्रेश खाना हर जगह पर मौजूद नहीं होता या फिर फ्रेश खाना खाने की हमारी आदत नहीं होती जिस वजह से Processed Food का सेवन और अधिक बढ़ गया है।
Processed Food क्या होता है?
जिस भोजन को पहले से ही बना लिया जाता है और उसे सुरक्षित, सुंदर और फ्लेवर बढ़ाने के लिए उसमें कृत्रिम रंग और केमिकल का उपयोग होता है। भोजन को सुरक्षित रखने के लिए कुछ ऐसे केमिकल इन में मिलाए जाते हैं जिनका लंबे समय तक उपयोग हमारे शरीर को बहुत अधिक हानि पहुंचा सकता है।
Processed Food का उपयोग लगातार करने से हमें मोटापा, दिल की बीमारी, और कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
Processed Food को हिंदी में प्रसंस्कृत खाद्य कहा जाता है।
Food Processing कैसे की जाती है ?
सुखा कर – भोजन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए भोजन को सुखा कर रखना एक प्रक्रिया है। उदाहरण के तौर पर आटे से बनी सेवइयां धूप में सुखाई जाती है और उसका उपयोग लंबे समय तक किया जाता है इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे भोजन हैं जिन्हें सुखा कर सुरक्षित रख लिया जाता है।
बेकिंग – बेकिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें भोजन को गर्म किया जाता है, मुख्यतः इसमें ओवन का उपयोग किया जाता है। बेकिंग प्रक्रिया से बने और सुरक्षित रखे गए भजनों में बेकरी के प्रोडक्ट जैसे बिस्किट, ब्रेड, के और पेस्ट्री इत्यादि आते हैं।
डिब्बों में भरना – कई सारे ऐसे प्रोडक्ट मार्केट में मौजूद हैं, जो डिब्बों में भरकर सुरक्षित रखे जाते हैं। भोजन को डिब्बों में भरकर और डिब्बों में मौजूद हवा को निकाल दिया जाता है, जिस वजह से भोजन लंबे समय तक सुरक्षित रहता है। इसके अलावा डिब्बा प्रक्रिया में डिब्बे के अंदर कुछ ऐसे केमिकल और कैसे मिलाई जाती है जो भोजन को सड़ने से बचाते हैं।
ठंडा करने की प्रक्रिया – भोजन को सुरक्षित रखने के लिए उसे ठंडा किया जाता है, ताकि वह लंबे समय तक खराब ना हो। ऐसा हम अक्सर अपने घरों में भी करते हैं और भोजन को सुरक्षित रखने के लिए फ्रीज का उपयोग करते हैं। ऐसे बहुत सारे प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध होते हैं जिन्हें ठंडा रखकर कई हफ्तों तक खाने लायक रखा जाता है।
Processed Food की लिस्ट
- ब्रेड
- डिब्बाबंद दूध
- आलू के चिप्स
- बिस्किट
- केक
- डिब्बाबंद सब्जियां
- फ्रोजन चिकन
- पास्ता
- डिब्बाबंद जूस
- आइसक्रीम
- इंस्टेंट नूडल्स और सूप
Processed Food खाने के नुकसान
- उच्च रक्तचाप – उच्च रक्तचाप को हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है, यदि आप Processed Food खाते हैं और इनका सेवन नियमित तौर पर करते हैं तो आपको उच्च रक्तचाप से जूझना पड़ सकता है।
- दिल की बीमारी – Processed Food में वसायुक्त भोजन अधिक मात्रा में होता है और इसके अलावा चीनी, कार्बोहाइड्रेट्स और कृत्रिम इनग्रेडिएंट्स जैसे केमिकल फ्लेवर और कृत्रिम रंगों का उपयोग होता है। यदि इस तरह का भोजन नियमित तौर पर किया जाता है तो इससे दिल की बीमारी हो सकती है।
- मोटापा – प्रोसैस्ड खाने में वसा की मात्रा अधिक होती है और इन्हें सुरक्षित रखने के लिए जिन केमिकल का उपयोग किया जाता है या जिस प्रक्रिया से इन्हें गुजारा जाता है, उसके कारण यह शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं और मोटापा बढ़ाने में मदद करते हैं।
- कोलेस्ट्रोल – कोलेस्ट्रोल का बढ़ना एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग हर परिवार ग्रस्त है, और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना प्रोसैस्ड खाने के कारण होता है।
- मधुमेह – Processed Food में कृत्रिम चीनी मौजूद होती है और कुछ ऐसे केमिकल होते हैं जो हमारे शरीर में मधुमेह बीमारी को बढ़ावा देते हैं।
- कैंसर – यदि हम प्राकृतिक और फ्रेश खाने का सेवन करते हैं तो हमारा शरीर स्वस्थ रहता है लेकिन Processed Food में मौजूद केमिकल हमारे शरीर में कैंसर को बढ़ावा देते हैं।
Processed Food कैसे नुक़सान पहुँचाते हैं ?
खाने को कुछ इस प्रकार की प्रक्रिया से गुजारा जाता है या फिर उसे किसी ऐसी परिस्थिति में रखा जाता है कि वह जल्दी खराब नहीं होता और कई महीनों और सालों तक उसका उपयोग किया जा सकता है। लेकिन ऐसा खाना हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता और इसके कई कारण है।
चीनी का उपयोग
Processed Food में अक्सर चीनी का उपयोग किया जाता है, जिसे Added Suger भी कहते हैं इसमें कोई भी पोषक तत्व मौजूद नहीं होता लेकिन कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है।
यदि आप ऐसे खाने का सेवन करते हैं जिसमें चीनी का उपयोग किया गया हो तो उससे मोटापे की समस्या, मधुमेह और शरीर में सूजन जैसी बीमारियां हो सकती हैं। पेय पदार्थों में इसका ज्यादा उपयोग होता है, उदाहरण के तौर पर कोल्ड ड्रिंक्स इत्यादि में Added Suger मिलाई जाती है जो उसे स्वादिष्ट बनाने के लिए होती है।
सॉफ्ट ड्रिंक में पाई जाने वाली चीनी हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है और सॉफ्ट ड्रिंक एक Processed Food है।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट
कार्बोहाइड्रेट किसी भी खाने का एक जरूरी घटक है और खाने में मौजूद Carbs हमारे शरीर को और अधिक स्वस्थ बनाते हैं और लाभ प्रदान करते हैं।
Processed Food में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का उपयोग होता है तो हमारा शरीर बहुत आसानी से उस रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को तोड़ देता है जिस वजह से खून में शुगर की मात्रा और इंसुलिन का स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है। लेकिन जब यह मात्रा नीचे गिरती है तो हमें कम ऊर्जा का अनुभव होता है और खाने की लालसा जागती है।
इस वजह से अधिक मात्रा में खाना खाया जाता है और खून में शुगर की मात्रा लगातार बढ़ने से मधुमेह रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
कृत्रिम सामग्री मौजूद होना
Processed Food में अनेकों प्रकार की कृत्रिम सामग्री का उपयोग किया जाता है जिसे आप Processed Food के पैकेट पर लिखे पदार्थों की सूची से जान सकते हैं।
निर्माता द्वारा भोजन में इन कृत्रिम सामग्री को भोजन को और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए जोड़ा जाता है। इन कृत्रिम सामग्री में ज्यादातर उपयोग होने वाले वह केमिकल होते हैं जो भोजन को जल्दी खराब होने से बचाते हैं। इसके अलावा कृत्रिम रंग, रसायनिक स्वाद कुछ ऐसे कृत्रिम सामग्री होती हैं जो लगभग हर Processed Food में मौजूद होती है।
पोषक तत्वों की कमी
प्रोसैस्ड फूड में पोषक तत्वों की कमी होती है और यदि आप Ultra-Processed Food का सेवन करते हैं तो उनमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक कम होती है।
जो निर्माता इन भजनों का निर्माण करता है वह खत्म हुए पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए सिंथेटिक विटामिन और खनिज खाने में मिलाता है ताकि जो पोषक तत्व खत्म हुए हैं उनकी पूर्ति की जा सके। लेकिन प्राकृतिक रूप से भोजन (Unprocessed Food) में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमें स्वस्थ रखते हैं जबकि कृत्रिम रूप से जोड़े गए विटामिन और खनिज ऐसा नहीं कर पाते।
अधिक कैलोरी
प्रोसैस्ड फूड को बनाने की प्रक्रिया में खाने का अधिकांश फाइबर खत्म हो जाता है जिस कारण इस खाने को चबाना और निकलना काफी आसान होता है। इस तरह के खाने में कृत्रिम सामग्रियों का उपयोग होता है जिन्हें शरीर द्वारा आसानी से बचा लिया जाता है।
इस खाने में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है और जिसे बचाने के लिए शरीर को कम काम करना पड़ता है। जब यह खाना पक जाता है तो शरीर को और अधिक खाने की इच्छा होती है लेकिन इस खाने में अधिक कैलोरी मौजूद होने के कारण शरीर का वजन बढ़ना शुरू हो जाता है।
फाइबर की कमी
प्राकृतिक या अनप्रोसैस्ड खाने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो हमारे स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए बहुत जरूरी है। फाइबर की मात्रा कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा कर देता है और कम कैलोरी होने के बावजूद भी हम संतुष्ट महसूस करते हैं।
Processed Food में फ़ाइबर की कमी होती है, जिससे आँतों में बैक्टीरीया बढ़ते हैं, और ह्रदय अस्वस्थ होता है।
खाने में Processed Food को कम कैसे करें?
जब आप अपने खाने में से प्रोसैस्ड फूड को कम करना चाहते हैं या उसे बिल्कुल हटाना चाहते हैं तो यह आसान नहीं होता। प्रोसैस्ड फूड को अपने खाने में से हटाने का मतलब है कि बाहर होटल नियर रेस्टोरेंट्स मैं खाना ना खाना और फास्ट फूड और पहले से बने खाने का सेवन ना करना।
लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने खाने में से प्रोसैस्ड फूड को कम कर सकते हैं।
- पैकेट के लेबल को चेक करें – जब भी आप बाहर से कोई पैकिंग किया हुआ खाना या खाने की कोई वस्तु खरीद रहे हैं तो उस पर लिखे गए ingredients को जरूर पढ़ें। यदि उस खाने की पैकिंग पर उनकी संख्या अधिक है तो इसका मतलब है कि वह अधिक प्रोसैस्ड फूड है जिसका सेवन करने से आपको बचना चाहिए।
- कम Processed मांस का उपयोग – यदि आप मांसाहारी हैं तो अधिक प्रोसैस्ड मास्को खरीदने से परहेज करें जैसे सॉसेज इत्यादि। और यदि आपको मांस का सेवन करना है तो आप उसमें समुद्री भोजन और चिकन को चुन सकते हैं।
- ग्रोसरी स्टोर से दूरी बनाएं – यदि आप अपने भोजन के लिए खरीदारी ग्रॉसरी स्टोर से करते हैं तो ऐसा करना बंद करें। ज्यादातर चीजें आपको ग्रोसरी स्टोर यानी किराने की दुकानों के बाहर मिल जाती हैं। दुकानों के बाहर ऐसे खाद्य पदार्थों को ढूंढें जो ताजा और डेयरी प्रोडक्ट हों।
- घर पर खाना बनाएं – हो सकता है कि जब आप यात्रा कर रहे हो तो आपको बाहर का खाना खाना पड़े, लेकिन यदि आप घर पर हैं तो कोशिश कीजिए कि आप घर पर ही खाना बनाएं। ताजा सब्जियों और सलाद का उपयोग करें।
- धीरे से शुरुआत करें – ऐसा मुमकिन नहीं है कि आप एक ही दिन में प्रोसैस्ड फूड खाना छोड़ देंगे, यदि ऐसी कोशिश करेंगे तो हो सकता है कि कुछ दिन आप कामयाब हो लेकिन फिर बाद में आप प्रोसैस्ड फूड खाना शुरू कर देंगे। इसीलिए धीरे-धीरे शुरुआत करें और एक-एक करके अपने खाने में से प्रोसैस्ड फूड को हटाते जाए और उसकी जगह पर ताजा खाने को रखें।
आज आपने जाना कि प्रोसैस्ड फूड क्या होता है और उसका सेवन करने से क्या-क्या नुकसान हमें हो सकते हैं। यदि आप भी प्रोसैस्ड फूड का सेवन करते हैं तो आप भी धीरे-धीरे इसे कम करें और स्वस्थ जीवन जिए। यदि आपका कोई सवाल प्रोसैस्ड फूड के बारे में है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
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