अगर आप डिजिटली पैसों का लेनदेन करते हैं तो आप जरूर UPI के बारे में जानते होंगे। अगर नहीं जानते तो UPI के बारे में सुना जरूर होगा। इसलिए इसमें हमने UPI से संबंधित जानकारी दी हैं जैसे UPI Full form, UPI क्या है, UPI कैसे शुरू हुआ, UPI आईडी कैसे बनाएं, UPI आईडी के फायदे, UPI आईडी के उपयोग इत्यादि।
UPI Full Form | Unified Payments Interface |
- UPI क्या है ? UPI ID kya hoti hai ?
- UPI कैसे काम करती है?
- UPI की शुरुआत कैसे हुई?
- UPI कैसी सेवाएँ प्रदान करती है?
- UPI आईडी कैसे बनाएँ?
- UPI का उपयोग कैसे करें?
- UPI के फायदे
- UPI के नुकसान
- UPI की विशेषताएं
- UPI, IMPS जैसे अन्य सेवाओं से भिन्न कैसे है
- UPI से पैसे भेजने की सीमा (Limit) कितनी है
- UPI की सेवा प्रदान करने वाली App की लिस्ट
- UPI की सेवा प्रदान करने वाले बैंकों की लिस्ट
UPI क्या है ? UPI ID kya hoti hai ?
UPI एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम पर आधारित है। UPI Full Form Unified Payments Interface है, इसके जरिए दो बैंक खातों के बीच में तुरंत मनी ट्रांसफर किया जा सकता है। यह Application Imediate Payment Service या IMPS की तकनीक पर ही आधारित है। UPI को IMPS का Advanced Version भी कहा जा सकता है। इसके उपयोग से हम सिर्फ एक मोबाइल Application में अपने सारे बैंक खातों को जोड़ सकते हैं।
इसके द्वारा पैसों का लेन – देन करने में बैंक खाते की कोई भी जानकारी देने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें केवल एक वर्चुअल पेमेंट ऐड्रेस (VPA, Virtual Payment Address) की आवश्यकता होती है जिसके इस्तेमाल से हम घर बैठे सामने वाले के अकाउंट में पैसे भेज सकते हैं, मोबाइल रिचार्ज कर सकते हैं, ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं, बिजली और पानी के बिल इत्यादि का भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा और भी बहुत सारे ऐसे काम हम घर बैठे इस Application के जरिए कर सकते हैं। यूपीआई को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य Cashless Payment को बढ़ावा देना है।
UPI को इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA, Indian Bank Association) और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI, Reserve Bank of India) के द्वारा नियंत्रित किया जाता है और एनपीसीआई (NPCI, National Payment Corporation of India) द्वारा इसको शुरू किया गया है। IMPS को भी NPCI द्वारा ही शुरू किया गया था।
UPI कैसे काम करती है?
यूपीआई के जरिए पैसे भेजने के लिए हमें सामने वाले के Account Type, IFSC Code, Account Number और बैंक का नाम इत्यादि किसी भी प्रकार की जानकारी की जरूरत नहीं होती है। इसके जरिए हम केवल UPI ID, वर्चुअल पेमेंट ऐड्रेस (VPA) और अकाउंट के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का पता लगाकर भी पैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं। इसमें अपने बैंक खाते से संबंधित कोई भी जानकारी सामने वाले को नहीं देनी पड़ती है। यूपीआई की सेवा 24X7 रहती है। बैंक की छुट्टी वाले दिन भी हम यूपीआई का उपयोग करके लाभ उठा सकते हैं।
UPI को छोड़कर बाकी जितनी भी नेट बैंकिंग Application हैं उनके जरिए लेन – देन करना बहुत मुश्किल है। इनके जरिए लेन – देन करने से पहले हमें उस App को Open करके अपनी Login ID और पासवर्ड डालना पड़ता है। उसके बाद हमें जिस भी व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर करने होते हैं उसे Benificiary में Add करना पड़ता है।
Beneficiary में ऐड करने के लिए हमें सामने वाले व्यक्ति के बैंक खाते से संबंधित सब जानकारी डालनी पड़ती हैं जैसे कि IFSC Code, बैंक खाते का नंबर, ब्रांच का एड्रेस इत्यादि। इस सारी प्रक्रिया में हमारा बहुत समय लगता है इसलिए UPI बाकी सब नेट Banking Application से बहुत आसान और सुविधाजनक है।
UPI की शुरुआत कैसे हुई?
भारत में इसकी शुरुआत 11 अप्रैल 2016 को हुई थी। UPI को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (National Payment Corporation of India, NPCI) द्वारा शुरू किया गया था। उस समय के RBI के गवर्नर डॉ. रघुराम राजन ने 21 सदस्य बैंकों के साथ यूपीआई को एक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया था। और इस UPI full form Unified Payments Interface रखा गया।
उसी समय Unified Payments Interface आधारित प्लैटफ़ार्म Google Pay और BHIM App को भी लॉंच किया गया था। वर्तमान समय में 250 से भी अधिक बैंक यूपीआई को सपोर्ट करते हैं और UPI की सेवा प्रदान करते है।
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UPI कैसी सेवाएँ प्रदान करती है?
यूपीआई द्वारा 2 प्रकार की सेवाएँ प्रदाव की जाती हैं – 1. वित्तीय सेवाएँ (Financial Services) 2. गैर वित्तीय सेवाएँ (Non Financial Services)
वित्तीय सेवाएँ
- पैसों को प्राप्त करना।
- किसी दूसरे UPI यूजर को पैसों के लिए Request भेजना।
- पैसों का ट्रान्सफर करना।
- अपने अकाउंट का बैंक शेष (Bank Balance) जाँचना/ Check करना।
- मोबाइल, DTH आदि का रीचार्ज करना।
- गैस सिलिंडर बुक करना।
- पानी, बिजली आदि के बिलों का भुगतान करना।
- ऑनलाइन शॉपिंग के लिए भुगतान करना।
गैर वित्तीय सेवाएँ
- QR कोड़ जेनेरेट (Generate) करना।
- OTP जेनेरेट (Generate) करना।
- PIN बनाना और बदलना।
- की हुई सब लेन – देन का पूरा विवरण देखना।
- UPI ID से बैंक अकाउंट को जोड़ना और हटाना।
- किसी भी लेन – देन के संबंध में पूछताछ करना।
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UPI आईडी कैसे बनाएँ?
यूपीआई के उपयोग के लिए बहुत सारी मोबाइल Application है। इनमें से किसी भी मोबाइल Application के जरिए हम Unified Payments Interface को उपयोग कर सकते हैं। यूपीआई की सेवा को हम मोबाइल Application के जरिए घर बैठे ही ऑनलाइन शुरू कर सकते हैं।
यूपीआई को शुरू करने के लिए हमारे पास निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होती है:-
- बैंक खाता (Bank Account)
- स्मार्टफोन जिसमें इंटरनेट चलता हो
- बैंक खाते से जुड़ा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
- एटीएम कार्ड/ डेबिट कार्ड (ATM/ Debit Card)
- UPI मोबाइल Application (Google Pay, Amazon Pay, Phone Pay, BHIM App, Mobikwik, Paytm etc.)
UPI को शुरू करने के लिए हमें निम्नलिखित प्रक्रिया करनी पड़ती है:-
- सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में अपनी मनपसंद Unified Payments Interface आधारित मोबाइल Application को Google Play Store से डाउनलोड करके Install करें।
- UPI आधारित मोबाइल Application में दिखाए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार रजिस्ट्रेशन (Registration) करें।
- उसके बाद अपनी बैंक से संबंधित जानकारी उस में डाल कर अपना अकाउंट बनाएं। (लगभग सब App में अपना बैंक खाते से जुड़ा हुआ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर ही डालना पड़ता है, मोबाइल नंबर डालते ही उससे जुड़े सब बैंक खाते App के जरिये Fetch कर लिए जाते हैं। App के जरिये ही रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से बैंक में एक SMS जाता है, जिससे हमारा बैंक खाता अपने आप screen पर दिख जाता है, जो भी उस मोबाइल नंबर से जुड़ा होता है।)
- उसके बाद अपना एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड की जानकारी डालें और अपना 4 या 6 अंकों का Unified Payments Interface पिन (UPI PIN) बनाएं। (ATM/ Debit Card के नंबर के अंतिम के 6 अंक और Expiry Date और CVV नंबर डालना पड़ता है)
- इसके बाद हमारी यूपीआई आईडी (UPI ID) इस्तेमाल करने के लिए तैयार है।
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UPI का उपयोग कैसे करें?
एक बार आपकी यूपीआई आईडी बन जाने पर आप इसका बहुत ही आसानी से उपयोग कर सकते हैं। इसका उपयोग करने के लिए आपको किसी भी विशेष तकनीकी जानकारी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। स्मार्ट फोन की हल्की फुल्की जानकारी रखने वाला व्यक्ति भी यूपीआई आईडी को बहुत ही आसानी से उपयोग कर सकता है।
यूपीआई आईडी पर आधारित अनेक Mobile Application उपलब्ध है॑, जैसे – Phone Pay, Amazon Pay, Google Pay, Paytm, BHIM App ॵर Mobikwik. इनमें से आप किसी भी App के जरिए यूपीआई आईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके जरिए पैसे भेजने के लिए आपके पास मोबाइल Application में एक से अधिक ऑप्शन हैं, जैसे – मोबाइल नंबर पर पैसे भेजना, QR Code को Scan करके पैसे भेजना, यूपीआई आईडी पर पैसे भेजना और बैंक अकाउंट में पैसे भेजना।
- अगर हमें मोबाइल नंबर पर पैसे भेजने हैं तो हमें सामने वाले का सिर्फ यूपीआई आईडी से लिंक मोबाइल नंबर ही डालना पड़ता है।
- अगर हमें QR कोड को स्कैन करके पैसे भेजने होते हैं तो हमें सामने वाले का सिर्फ यूपीआई आईडी के QR कोड की जरूरत पड़ती है स्कैन करने के लिए।
- अगर हमें किसी अपने किसी परिवार के सदस्य या दोस्त को पैसे भेजने हों, जिसका मोबाइल नंबर हमारे फोन में Save हो और वह यूपीआई आईडी से लिंक हो तो हमें सिर्फ अपने फ़ोन के contact list में से सिर्फ उस व्यक्ति के मोबाइल नंबर को Select करना पड़ता है।
- अगर हमें यूपीआई आईडी के जरिए पैसे भेजने हो तो हमें सामने वाले व्यक्ति की यूपीआई आईडी चाहिए होती है।
- उपरोक्त वर्णित Options के अलावा हम सामने वाले व्यक्ति की सब बैंक खाते से संबंधित डीटेल्स डाल कर भी पैसे भेज सकते हैं। उसके लिए हमें सामने वाले व्यक्ति का बैंक खाता संख्या, IFSC Code, Branch Address, खाता धारक का नाम इत्यादि जानकारी चाहिए होती है।
उपरोक्त वर्णित सब तरीकों से हम पैसे भेज सकते हैं, हमें जिस तरीके से भी पैसे भेजने हैं उसका चयन करके सामने वाले व्यक्ति कि उस तरीके से संबंधित जानकारी डालनी होती है। उसके बाद सामने वाले व्यक्ति की यूपीआई आईडी स्क्रीन पर आ जाती है। उसको select करके जितने पैसे भेजने होते हैं वह डालते हैं। उसके बाद pay के option पर click करके, यूपीआई पिन डालना पड़ता है। यूपीआई पिन (UPI PIN) डालते ही आपके पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं।
पढ़ें: Google pay से पैसे कैसे भेजें?
UPI के फायदे
- यह सबसे तेज और सुरक्षित माध्यम है।
- सिर्फ इस एक ID से आप लगभग सब बैंकों से payment कर सकते हैं।
- इसका उपयोग बहुत ही सरल और सहज है।
- इसकी सेवा पूरे साल 24 घंटे उपलब्ध (24×7) रहती है।
- इससे भुगतान करने या प्राप्त करने में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है।
- इसके उपयोग के लिए किसी विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है, कोई भी सामान्य रूप से मोबाइल की समझ रखने वाला व्यक्ति भी इसका इस्तेमाल कर सकता है।
- पैसे भेजने के लिए इसमें सिर्फ सामने वाले की Unified Payments Interface ID’s की जरूरत होती है इसके अलावा कोई ज्यादा जानकारी की जरूरत नहीं और अब तो फोन नम्बर से भी पैसे का भुगतान कर सकते हैं।
- सब लेन – देन घर बैठे मोबाइल से ही कर सकते हैं, बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं।
UPI के नुकसान
- Unified Payments Interface से पैसे भेजने की कोई सीमा निर्धारित होती है, इसलिए ज्यादा अधिक पैसे ट्रान्सफर करने के लिए हमें दूसरे ऑनलाइन ट्रान्सफर के तरीके का इस्तेमाल करना पड़ता है।
- यूपीआई के इस्तेमाल के लिए इंटरनेट और इंटरनेट की स्पीड अच्छी होनी चाहिए।
- इसमें हैकरों से खतरे का जोखिम रहता है।
- अगर आपका UPI Pin गलत हाथों में लग गया तो बहुत कम समय में ही आपके साथ कोई धोखाधड़ी कर सकता है और आपके अकाउंट से पैसे ट्रान्सफर कर सकता है।
- कभी – कभी इंटरनेट की स्पीड और सर्वर (Server) डाउन होने के कारण पैसे ट्रान्सफर करने में मुश्किल आती है।
- कभी – कभी आपके अकाउंट से पैसे ट्रान्सफर हो जाते हैं लेकिन सामने वाले के पास नहीं पहुँचते हैं, यह नेटवर्क या सर्वर डाउन होने से हो सकता है। यह पैसे 1-7 दिनों के अंदर वापिस आ जाते हैं, तब तक इनके वापिस आने का इंतज़ार करना पड़ता है।
UPI की विशेषताएं
- यह सेवा हफ्ते के 7 दिन और 24 घंटे उपलब्ध रहती है। बैंक की छुट्टी के दिन भी यह सेवा चालू रहती है।
- इसमें बैंक द्वारा प्रदान की गई वर्चुअल पेमेंट ऐड्रेस (VPA) का उपयोग किया जाता है।
- इसकी सेवाएं आरटीजीएस (RTGS, Real Time Gross Settlement) और एनईएफटी (NEFT, National Electronic Fund Transfer) जैसी अन्य सब सेवाओं से तेज हैं।
- इसके जरिए हम Online Shoping, Food Delivery Service और Grocery Store इत्यादि पर तुरंत पेमेंट कर सकते हैं।
- इसमें आपके एक से ज्यादा बैंक खाते भी एक ही मोबाइल ऐप के साथ जुड़ सकते हैं।
- इसमें Mobile Application से सीधे ही शिकायत दर्ज की जा सकती है।
- इससे आप घर बैठे ही मोबाइल, डीटीएच इत्यादि का रिचार्ज कर सकते हैं, Rent का भुगतान कर सकते हैं, बिजली या पानी इत्यादि के बिल का भुगतान कर सकते हैं।
- इसके जरिए लेन – देन करने पर कोई शुल्क भी नहीं लगता है।
- इसको इस्तेमाल करना बहुत आसान है, इसको इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार की ख़ास तकनीकी जानकारी की आवश्यकता नहीं होती है।
- इसमें पैसे मंगवाने के लिए हम Request भी भेज सकते हैं।
पूरी जानकारी: HDFC बैंक में खाता कैसे खोले? चुटकियों में
UPI, IMPS जैसे अन्य सेवाओं से भिन्न कैसे है
- IMPS में चार्ज लगता है जबकि यूपीआई में कोई चार्ज नहीं लगता है।
- इसमें रियल टाइम में पैसे भेजे जा सकते हैं जबकि IMPS में ऐसा नहीं होता।
- एक UPI App को आप अपने सब बैंकों के अकाउंट से जोड़ सकते हो, जबकि IMPS में ऐसा नहीं है।
- यूपीआई का इस्तेमाल 24×7 कर सकते हैं, जबकि IMPS या अन्य इसकी जैसे सेवाओं के लिए बैंकिंग समय पर निर्भर रहना पड़ता है।
- यूपीआई से पैसे भेजने के लिए बैंक अकाउंट से संबन्धित किसी details की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि IMPS या अन्य इसके जैसे सेवाओं में बैंक details देनी पड़ती है।
- यूपीआई में बैंक details से संबन्धित जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करनी पड़ती है, जबकि बाकी में ऐसा नहीं है।
- यूपीआई में एक निर्धारित सीमा तक ही पैसे भेजे जा सकते हैं, अगर सीमा से ज्यादा पैसे भेजने हो तो हमें कई बार यूपीआई से पैसे भेजने पड़ेंगे जबकि IMPS में हम किसी भी राशि को भेज सकते हैं, इसके लिए सिर्फ शुल्क देना पड़ता है राशि के अनुसार।
- यूपीआई से घर बैठे पानी, बिजली आदि का बिल का भुगतान, ट्रेन, बस, प्लेन आदि की टिकट बुक कर सकते हैं, जबकि IMPS या इसके जैसी अन्य सेवाओं में ऐसा नहीं है।
- Net Banking, RTGS या IMPS जैसी सेवाओं के द्वारा पैसे भेजने के लिए सामने वाले (Beneficiary) की बैंक details की आवश्यकता पड़ती है, जबकि यूपीआई से हमें सिर्फ सामने वाले की UPI ID या उसका मोबाइल नं. ही चाहिए होता है बस।
UPI से पैसे भेजने की सीमा (Limit) कितनी है
भारत सरकार द्वारा यूपीआई द्वारा पैसे भेजने की सीमा Rs. 1,00,000 निर्धारित की गई है। एक बार में केवल 1,00,000 या इससे कम ही पैसे भेज सकते हैं UPI से 1,00,000 से ज्यादा पैसे भेजने के लिए Unified Payments Interface से एक से ज्यादा Transaction करनी पड़ेंगी।
UPI की सेवा प्रदान करने वाली App की लिस्ट
App Name | UPI ID Example |
GOOGLE PAY | 98135******@okbankname |
MOBIKWIK | 98135******@lkwik |
PHONE PAY | 98135******@ybl |
AMAZON PAY | 98135******@apl |
PAYTM | 98135******@paytm |
BHIM |
UPI की सेवा प्रदान करने वाले बैंकों की लिस्ट
- State Bank of India (SBI)
- HDFC (Housing Development Finance Corporation)
- Axis Bank
- ICICI Bank (Industrial Credit and Investment Corporation of India)
- DCB (Development Credit Bank)
- Canara Bank
- Kotak Mahindra Bank
- Andhra Bank
- Bank of Maharashtra
- UCO Bank (United Commercial Bank)
- Punjab National Bank (PNB)
- IDBI Bank (Industrial Development Bank of India)
- Yes Bank
- Catholic Syrian Bank
- Union Bank of India
- RBL Bank
- Federal Bank
- South Indian Bank
- TJSB (Thane Janata Sahakari Bank’s)
- Karnataka Bank KBL
- United Bank of India
- Vijaya Bank
- Indusind
- Allahabad Bank
- Bank of Baroda (BOB)
- Standard Chartered Bank (SCB)
- HSBC (Hongkong and Shanghai Banking Corporation)
UPI से सम्बंधित सामान्य व खास तथ्य
- UPI Full Form – Unified Payment Interface
- UPI Full Form In Hindi – एकीकृत भुगतान इंटरफेस
- यूपीआई की शुरुआत आरबीआई (RBI) और एनपीसीआई (NPCI) द्वारा 11 अप्रैल 2016 को की गई थी।
- यूपीआई के माध्यम से अधिकतम ₹100000 तक की राशि भेज सकते हैं। इससे ज्यादा भेजने के लिए एक से अधिक बार transaction करनी पड़ेगी।
- यूपीआई का इस्तेमाल करने वाला भारत के बाहर पहला देश नेपाल है।
- यूपीआई पिन 4 या 6 अंकों का होता है। Unified Payments Interface पिन कितने अंक का होता है यह निर्भर करता है बैंक पर अर्थात आपका खाता किस बैंक में है।
- यूपीआई की सेवा शुल्क रहित होती है।
- किसी भी प्रकार की UPI से संबंधित जानकारी या शिकायत दर्ज कराने के लिए संबंधित बैंक या Unified Payments Interface एप की हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
- गलत यूपीआई पिन (UPI PIN) डाल देने से Transaction फेल हो जाती है। बार-बार गलत Unified Payments Interface पिन डालने से बैंक द्वारा Unified Payments Interface आईडी कि आपकी सेवाएं अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दी जाती है।
- अगर Transaction पूरी होने के पश्चात आप के खाते से पैसे कट जाएं और सामने वाले व्यक्ति के पास ना पहुंचे तो घबराए नहीं, 24 घंटे तक इंतजार करें तब तक पैसे आपके खाते में वापस ना आए तो बैंक के Customer Care नंबर पर कॉल करनी चाहिए।
- किसी भी Wallet को यूपीआई के साथ लिंक नहीं किया जा सकता है।
- अगर आप अपना यूपीआई पिन भूल जाते हैं तब भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, आपको बस अपने एटीएम या डेबिट कार्ड की Details भर के नया UPI PIN बनाना पड़ेगा।
- फोन गुम हो जाने की स्थिति में भी आप घबराएं नहीं क्योंकि Unified Payments Interface के द्वारा कोई भी Transaction पूरी करने के लिए UPI पिन डालना पड़ता है जो कि सिर्फ आपको ही पता होता है, बिना UPI पिन डाले, कोई भी Transaction नहीं की जा सकती है।
आप पढ़ रहे थे ‘UPI क्या है? UPI full form‘ इस पोस्ट पर आने के लिए आपका धन्यवाद। अगर आपका कोई सवाल UPI Full Form और इससे संबंधित है तो, आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।