वियाग्रा (viagra) दवा डॉक्टर की पर्ची पर मिलने वाली दवा है। यह दवा नीले रंग की डायमंड के आकर की है, जो टेबलेट के रूप में मिलती है। वियाग्रा टेबलेट पिडीई 5 इन्हिबिटर्स दवाओं से सम्बंधित है। वर्तमान में यह दवा स्ट्रिप, जेली या फिल्म के रूप में भी बाजार में उपलब्ध है। इस दवा को बनाने वाले ब्रांड का नाम Pfizer है।
यह दवा और कुछ नहीं बल्कि एक सिल्डेनाफिल साईट्रेट (Sildenafil Citrate) ही है। इसे हम देशी वायग्रा के नाम से भी जानते हैं। यह एक ऐसी दवा है जो चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा विवादास्पद दवा है।
इस दवा को शुरुआत में उच्च रक्त चाप (High Blood Pressure) और एंजाइना पेक्टोरिस (Angina Pectoris) रोग के लिए बनाया गया था। लेकिन यह दवा वर्तमान में एरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile Dysfunction) या इम्कोपोटेंस (Impotence) दूर करने के लिए भी इस्तेमाल की जा रही है।
- वियाग्रा टेबलेट कैसे काम करती है ?
- वियाग्रा टेबलेट के उपयोग
- वियाग्रा टेबलेट से होने वाले दुष्प्रभाव – Side Effects of Viagra in Hindi
- वियाग्रा के विकल्प के रूप में सेवन करने वाली दवा
- वियाग्रा टेबलेट का इस्तेमाल कब नहीं करना चाहिए।
- वियाग्रा टेबलेट का किन दूसरी दवाओं के साथ नकारात्मक प्रभाव होता है?
- वियाग्रा का सेवन कैसे करें।
- वियाग्रा टेबलेट के सेवन करने से सम्बंधित सलाह
आज के समय इस दवा का इस्तेमाल मुख्यतः पुरुषों द्वारा सेक्सुअल पॉवर में वृद्धि करने वाली टेबलेट के रूप में किया जा रहा है। इसको पुरुषों में सेक्सुअल कमजोरी के इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। वर्तमान में इस दवा का सेवन नपुंसकता के इलाज के लिए किया जा रहा है।
इस दवा का उपयोग सेक्स से सम्बंधित रोगों के उपचार के अलाव भी कर सकते हैं। हमें इस दवा का उपयोग डॉक्टर से सलाह करके ही करना चाहिए। आज कल पुरुषों द्वारा इस दवा को ऑनलाइन या बाजार से बिना डॉक्टर की सलाह के सेक्सुअल पॉवर बढाने या लम्बे समय तक सेक्स करने के लिए खरीद कर उपयोग किया जा रहा है। जिससे इस दवा के दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जो की बहुत गंभीर भी हो सकते हैं। इस लेख में इस दवा के इस्तेमाल से सम्बंधित जानकारियां दी गई हैं। अगर आपको इस दवा का उपयोग करना हो तो आप डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
वियाग्रा टेबलेट कैसे काम करती है ?
इस दवा के अन्दर सिल्डेनाफिल साईंट्रेट नामक जो तत्त्व होता है वह हमारे शरीर के अन्दर रक्त वाहिकाओं में मासपेशियों को आराम देने का कार्य करता है। इससे शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त प्रवाह को अच्छा बनाने में बहुत सहायता मिलती है। मुख्यतः यह लिंग में रक्त के प्रवाह को अस्थाई रूप से बढ़ा देती है। जिससे पुरुषों को सैक्स के समय ज्यादा देर तक बनाये रखने में मदद मिलती है और इससे सैक्स की क्षमता में भी वृद्धि होती है।
लेकिन यह दवा तभी कार्य करती है जब इसका सेवन करने वाला पहले से ही सैक्स के लिए उत्तेजित हो अर्थात अगर उपयोगकर्ता की सैक्स के प्रति रुचि नहीं होगी तो यह गोली काम नहीं करेगी। लेकिन अगर वह पहले से ही सैक्स के लिए उत्तेजित होगा तो यह दवा उस उत्तेजना में वृद्धि कर देगी।
दरअसल हमारे लिंग में कॉर्पस कावेर्नोसल नाम की चिकनी मसल (Corpus Kavernosel Smooth Muscle) होती है। इस दवा के सेवन से इस मसल को आराम मिलता है और हमारे लिंग में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। जिसके कारण सैक्स के समय यह मसल रिलेक्स होती है और इरेक्शन होता है।
वियाग्रा टेबलेट के उपयोग
- नपुंशकता का उपचार: यौन सम्बन्ध बनाते समय कभी कभी पुरुषों के लिंग में उत्तेजना नहीं आती है या लिंग उत्तेजित हो जाता है लेकिन वह उत्तेजना बनी नहीं रहती है, इसी समस्या को नपुन्शकता कहते हैं। इस समस्या के निदान में वियाग्रा बहुत लाभदायक है। इससे लिंग में उत्तेजना भी आती है और वो लम्बे समय तक बनी भी रहती है बशर्ते उपयोगकर्ता पहले से ही यौन सम्बन्ध के लिए कुछ उत्तेजित हो।
- पेड़ पौधों को हरा भरा करने में सहायक: अगर हमारी देखभाल करने के बाद भी कोई पेड़ पौधें सुख रहे हों और हरे भरे ना हो रहे हों तो उनकी मिटटी में वियाग्रा मिला देने से वो पेड़ पौधे हरे भरे हो जाते हैं।
- पीरियड्स के दौरान होने वाले असहनीय दर्द में सहायक: वियाग्रा टेबलेट को लेने से पीरियड्स के दौरान लड़कियों को होने वाले असहनीय दर्द में राहत मिलती है।
- यादाश्त बढाने में सहायक: लन्दन की सैंट जॉर्ज विश्वविद्यालय के कुछ शोधकर्ताओं की शोध से पता लगा है की वियाग्रा टेबलेट मस्तिष्क सम्बंधित रोगों के उपचार के लिए उपयोगी है। इसके सेवन करने से डेमेनशिया नामक रोग को प्रारंभ में ही रोका जा सकता है। इस दवा के सेवन से यादाश्त बढाने में भी मदद मिलती है।
- चर्बी कम करने में सहायक: जब हम यौन सम्बन्ध बनाते हैं तो हमारे शरीर की बहुत सारी केलोरी बर्न होती है। जब हम वियाग्रा खाते हैं तो सैक्स क्षमता बढती है और सैक्स करने से केलोरी बर्न होती है। जिससे शरीर की चर्बी कम करने में मदद मिलती है।
- पलमोनरी हाईपरटेंसन: यह एक उच्च रक्त चाप की तरह का ही रोग है। इस रोग में फेफड़ों में धमनियां अवरुद्ध, संकुचित या नष्ट हो जाती हैं। इससे फेफड़ों के द्वारा होने वाला रक्त का प्रवाह अवरुद्ध होने लगता है। इस वजह से फेफड़ों पर दबाव बढ़ता है। फेफड़ों पर दबाव बढ़ने के कारण हार्ट के निचे के सीधे कक्ष को फेफड़ों के द्वारा रक्त प्रवाह करने के लिए और अधिक कार्य करना पड़ता है, जिसके कारण दिल की मासपेशियाँ कमजोर होने लगती हैं और भी वो मासपेशियाँ कार्य करने से बंद हो जाती हैं। यह उच्च रक्त चाप की तरह का ही एक गंभीर रोग है। इस रोग में वियाग्रा टेबलेट सेवन करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और इस रोग में इस दवा से मदद मिलती है।
वियाग्रा टेबलेट से होने वाले दुष्प्रभाव – Side Effects of Viagra in Hindi
आजकल सैक्स की समस्याओं के लिए इस दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के ही पुरुषों द्वारा सेवन किया जा रहा है। लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आप अच्छे से यौन सम्बन्ध कर पा रहे हो तो आपको इस दवा की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर किसी को भी यह टेबलेट इस्तेमाल करनी ही है तो पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य करें। क्योंकि इस दवा के फायदों से के साथ कुछ नुक्सान भी हैं। अगर इस दवा के दुष्प्रभाव बढ़ जाते हैं तो बहुत गंभीर रूप ले सकते हैं। इस दवा से होने वाले दुष्प्रभाव निम्नलिखित हैं:
- नेत्रों की दृष्टि का कम होना
- सिर में दर्द होना
- चक्कर आना
- अत्याधिक गर्मी लगना
- अधिक पसीना आना
- किडनी और लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है
- शरीर में जकडन
- अपच की समस्या
- नकसीर होना (नाक से खून आना)
वियाग्रा के नुक़सान होने के साथ-साथ वियाग्रा के फ़ायदे भी मौजूद हैं, कुछ बीमारियों को ठीक करने में वियाग्रा ने अहम भूमिका निभाई है।
वियाग्रा के विकल्प के रूप में सेवन करने वाली दवा
इस दवा के विकल्प के रूप में विभिन्न प्रकार की दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन हमें ऐसी कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। क्योंकि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा लेने से उसके दुष्प्रभाव होने की सम्भावना ज्यादा होती है। निम्नलिखित दवाओं को हम वियाग्रा टेबलेट के विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं:
- विगोर 100 लाल टेबलेट
- सेक्सिग्रा 100mg
- स्मूटीलो 100 टेबलेट
- जेक्स्ग्रा (Zexgra) 100mg टेबलेट
- सुहाग्रा 100 टेबलेट
वियाग्रा टेबलेट का इस्तेमाल कब नहीं करना चाहिए।
इस दवा का सेवन करने से पहले हमें डॉक्टर से सलाह अवश्य करनी चाहिए। क्योंकि कुछ ऐसी स्थिति या बीमारियाँ है जिनके दौरान हमें इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हमें अगर इस दवा का सेवन करना है तो डॉक्टर से सलाह करते समय अगर आपको पहले से कोई बीमारी और भी है तो डॉक्टर को उससे अवगत कराएँ। अगर आप इस दवा का इस्तेमाल कर रहे हों और आपको कोई और बीमारी भी हो जाती है तो इस दवा का सेवन रोक दें और डॉक्टर से संपर्क करने। क्योंकि कुछ ऐसी बीमारियाँ हैं जिनमें यह दवा इस्तेमाल करने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो हमारे लिए हानिकारक होंगे।
निम्नलिखित बिमारियों में वियाग्रा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए:
- दिल का दौरा पड़ने पर
- बहरापन (सुनने में परेशानी) होने पर
- हृदय सम्बंधित रोग होने पर
- एंजाइना या सीने में दर्द होने पर
वियाग्रा टेबलेट का किन दूसरी दवाओं के साथ नकारात्मक प्रभाव होता है?
यह दवा लेने से पहले आप और कोई दवा का सेवन भी कर रहे हैं तो डॉक्टर को इस बात से अवगत कराएं। क्योंकि कुछ दवाएं ऐसी हैं जिनके साथ वियाग्रा का सेवन करने से हमारे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अगर हम वियाग्रा का सेवन कर रहे हैं और हमें उसके साथ कोई दवा भी लेनी हो तो भी डॉक्टर के पास जाकर सलाह करें और डॉक्टर के निर्देशानुसार ही दवा का सेवन करें। निम्नलिखित दवाओं के साथ वियाग्रा का सेवन करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है:
- Angiwell 2.6 mg
- Amlip 5 teblet
- Vasovin XL 2.5 capsule
- Nicoduce 10 teblet
- Synthivan teblet
- Prolomet AM 50 teblet
- Ritomune 100 teblet
- K Core 10 teblet
- Empetus teblet
- Cardace AM 5 teblet
- Lopimune
- Althrocin 100 drop
- Nikoran
- Azee 500 mg injection
वियाग्रा का सेवन कैसे करें।
हमें कभी भी कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। हमें इस दवा को भी डॉक्टर से सलाह करके ही सेवन करना है। अगर हम बिना डॉक्टर के परामर्श के बाजार से दवा खरीदकर लेना शुरू कर देते हैं तो हमें हानिकारक दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं। हमें डॉक्टर के निर्देशानुसार बताई गई अवधि तक ही, नियमित रूप से निर्देशित खुराक का सेवन ही करना चाहिए।
- वियाग्रा को अगर हमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन या नपुंसकता के सम्बन्ध में सेवन करना है तो हमें यह दवा दिन में एक सिर्फ एक बार कभी भी ले सकते हैं। इस दवा का सेवन यौन सम्बन्ध करने से 1 घंटे पहले करें। इस दवा को हम खाली पेट खाना खाने से 1 घंटा पहले भी ले सकते हैं और खाने के 2 घंटे बाद भी ले सकते हैं।
- वियाग्रा का इरेक्टाइल डिसफंक्शन के अलावा किसी बीमारी में इस्तेमाल करना है तो हम यह दवा दिन में एक बार कभी भी ले सकते हैं। खाने के पहले भी ले सकते हैं और बाद में भी ले सकते हैं।
वियाग्रा टेबलेट के सेवन करने से सम्बंधित सलाह
- इस दवा को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह करें और डॉक्टर को अपने स्वास्थ्य से सम्बंधित इतिहास से अवगत कराएँ। किसी और दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी भी डॉक्टर को दें
- इस दवा की खुराक डॉक्टर के निर्देशानुसार ही लें।
- दवा खरीदने से पहले इसके लेबल पर एक्सपायरी तिथि जांच लें
- इस दवा का असर सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान लगभग 2 घंटे तक रहता है, इसलिए अगत इसका असर लगातार बना रहे और इस लेख में उपरोक्त वर्णित किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव के लक्षण महसूस हों तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या अस्पताल में जाएँ।
- महिलाओं को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। महिलाओं के लिए इससे सम्बंधित और दवाएं उपलब्ध हैं। लेकिन महिलायें इस दवा का इस्तेमाल करने से बचें। अगर इस्तेमाल करना है तो डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
- महिला की गर्भावस्था और स्तनपान करने की स्थिति में इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है। ऐसी स्थिति में बिना डॉक्टर से सलाह करे इस दवा का सेवन बिलकुल ना करें।
- अगर इसका सेवन करने पर आपको किसी दुष्प्रभाव के लक्षण महसूस हों तो आप ड्राइविंग ना करें।
- अगर आपको किडनी और लीवर से सम्बंधित बीमारी है तो इस दवा का इस्तेमाल सावधानी से डॉक्टर की सलाह पर ही करें और डॉक्टर द्वारा निर्देशित खुराक ही लें उससे कम ज्यादा ना करें। कोई दुष्प्रभाव नजर आयें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ।
- अगर इसकी कोई खुराक लेना भूल जाएँ तो याद आते ही लें, मगर अगली खुराक का समय आ गया हो तो भूली हुई खुराक को छोड़ दें फिर अगले दिन से नियमित रूप से निर्देशित खुराक लेना शुरू करें।
- अगर इस दवा का ओवरडोज़ हो जाये तो उल्टी करने की कोशिश करें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ।
- अगर इस दवा को लेने से पहले अगर आपकी सेक्स में रूचि नहीं है तो इस दवा को ना लें, क्योंकि रूचि होने पर ही यह दवा असर करती है।
- अगर आप अच्छे से सम्भोग कर पा रहे हैं तो किसी तरह की अफवाहों में आकर इस दवा का सेवन करना शुरू ना करें। अगर आप अच्छे से सेक्स कर पाते हैं और आपका पार्टनर खुश हो तो अधिक सेक्स के चक्कर में इस दवा का सेवन ना करें।
- सेक्स से सम्बंधित कुछ समस्याएं मनोवैज्ञानिक भी होती हैं इसलिए सेक्स से सम्बंधित समस्या के चलते बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा को लेना शुरू ना करें।
वियाग्रा टेबलेट कब लेनी चाहिए
वियाग्रा टेबलेट सम्भोग करने से आधे घंटे पहले लेने की सलाह ली जाती है। परंतु यह दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें, ताकि आप डॉक्टर आपको अपने अनुसार समय और खुराक का सुझाव दे सके।
वियाग्रा का असर कितनी देर में शुरू होता है?
वियाग्रा टेबलेट का असर शुरू होने में आधे घंटे का समय लग सकता है। कुछ मामलों में 20 मिनट और कभी कभी 40 मिनट तक लग सकते हैं। यदि सही तरीक़े से इस दवा का सेवन क्या जाए तो 30 मिनट में इसका असर शुरू हो जाता है जो लगभग 2-12 घंटे तक रहता है।
वियाग्रा टेबलेट का असर कब तक रहता है?
वियाग्रा टेबलेट का असर आम तौर पर 2 घंटे से 12 घंटो तक रहता है। कुछ मामलों में इसका असर 36 घंटे तक भी देखा जा सकता है। यह दवा की खुराक और शरीर पर निर्भर करता है, और दवा लेने से पहले इसकी खुराक की मात्रा के बारे में परामर्श ज़रूर लें।
एक दिन में कितनी बार वियाग्रा ले सकते हैं?
दिन में सिर्फ़ एक बार वियाग्रा दवा का सेवन करने की सलाह दी जाती है। एक से अधिक बार इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। यदि आप नियमित तौर पर इस दवा का सेवन करते हैं तो इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है, इसीलिए अपने डॉक्टर से इसके बारे में ज़रूर परामर्श लें।