कुंडली में मंगल गृह मौजूद होना, शुभ या अशुभ उसकी स्थिति के अनुसार बताया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रहों, 12 राशियों और 27 नक्षत्रों की गणना के आधार पर कोई अनुमान लगाया जाता है, या किसी से सम्बंधित कोई भविष्यवाणी दी जाती है। इन 9 ग्रहों में एक मंगल गृह भी शामिल है। बाकी ग्रहों के जैसे ही मंगल गृह का भी ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व है। मंगल गृह का ज्योतिष शास्त्र से संबंध समझने के लिए हमें ज्योतिष शास्त्र का ज्ञान होना जरूरी है।
जब हम आसमान की और देखते हैं तो हजारों सवाल पैदा होते है जैसे – गृह क्या हैं, नक्षत्र क्या हैं, सब गृह अस्त क्यों नहीं हो जाते, सूर्य हमेशा एक दिशा से ही क्यों उदय होता है, तारे कभी कभी दिखने बंद क्यों हो जाते हैं, कोई कोई तारा ज्यादा क्यों चमकता हैं।
इन सब सवालों के जवाबों के लिए इंसान ने गृह नक्षत्रों, तारों, सूर्य इत्यादि को समझना और परखना प्रारम्भ कर दिया। जब मानव को इन सब की जानकारी होने लगी और ग्रहण नक्षत्रों की चाल को हम समझने लग गए, जब हम अपने आस-पास की घटनाओं को गृह और नक्षत्रों से जोड़कर देखने लग गये। इसी तरह घटित होने वाली घटनाओं को गृह नक्षत्रों से जोड़कर एक शास्त्र का निर्माण हुआ, जिसे ज्योतिष शास्त्र कहते हैं।
ज्योतिष विज्ञान के अनुसार कुंडली में मंगल गृह
ज्योतिष शास्त्र से अर्थ है, एक ऐसे शास्त्र या विज्ञान से जो हमें गृह नक्षत्रों और समय का ज्ञान कराए। जो शास्त्र हमें जीने-मरने का रहस्य, संसार की जानकारी, सुख – दुख के विषय में ज्ञान का बोध कराए या ज्ञान की ज्योति प्रदान करे उसे ही ज्योतिष शास्त्र कहा जाता है। कुंडली में मंगल गृह दोष होने पर कुछ कठिनाइयों का सामना जीवन में करना पड़ता है।
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ज्योतिष शास्त्र से सम्बंधित मंगल गृह के विषय में कुछ रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं:-
- यदि किसी की कुंडली में मण्डल दोष पाया जाता है, तो मुख्यतः उसके वैवाहिक जीवन में बढ़ाएँ उत्पन्न होती हैं। जीवन साथी के साथ तालमेल नहीं हो पता। जीवन साथी के साथ हमेशा क्लेश होता है। विवाह में अवरोध उत्पन्न होते हैं। कुल मिलाकर कहें तो मंगल दोष में प्रत्यक्ष रूप से वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- मंगल दोष को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में बहुत उपाय दिये गए हैं। मंगल गृह के उपाय करने से हम मंगल दोष के प्रभाव बच सकते हैं।
मंगल गृह के उपाय निम्नलिखित हो सकते हैं:-
- नहाने के पश्चात लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
- मंगल के दिन व्रत रखना चाहिए।
- बजरंग बाली हनुमान को चोला चढ़ना तथा मूंगा धारण करने जैसे उपाय कर सकते हैं।
- हनुमान को मंगल के दिन सिंदूर चढ़ा सकते हैं।
ज्योतिष विज्ञान के अनुस्गर कुंडली में मंगल गृह मजबूत होगा तो मंगल गृह के शुभ फल निम्नलिखित हो सकते हैं:-
- अपनी नौकरी या कार्य में बड़ा पद प्राप्त होगा।
- वैवाहिक जीवन अच्छा व्यतीत होगा।
- जीवन साथी के साथ मधुर संबंध बनेंगे।
- मंगल मजबूत होगा तो मंगल गृह के फल से व्यक्ति बलवान और धनवान बनेगा।
- अपनी मेहनत से सफलता हासिल होगी और अच्छी किस्मत का निर्माण होगा।
मंगल मंत्र
कुंडली में मंगल गृह दोष के होने पर आप इस मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं।
मंगल गृह मंत्र:-ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।
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- मंगल गृह की पत्नी का नाम मेघा है परंतु कुछ धर्म ग्रन्थों की मान्यता के अनुसार मंगल गृह की पत्नी का नाम ज्वालिनी देवी है।
- मंगल गृह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन (मंगल की जननी) के क्षिप्रा नदी के किनारे है जिसको ‘मंगल-नाथ’ मंदिर कहते हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी मंगल गृह मंदिर है जिसका नाम अमलनेर है।
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