ऑनलाइन ट्रेडिंग करने का तरीका पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बड़ा है। ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले निवेश बाजार को सही प्रकार से समझने की जरूरत है, क्योंकि यह काफी जोखिम भरा भी होता है। जिस प्रकार से पहले ट्रेडिंग करने के लिए ऑफलाइन तरीकों को उपयोग में लाया जाता था, आज के समय में वही तरीका ऑनलाइन मौजूद है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ट्रेडिंग करने के लिए जब इंटरनेट आधारित प्लेटफार्म का उपयोग किया जाता है और उनके द्वारा स्टॉक मार्केटिंग में निवेश किया जाता है या बंद और मुद्राएं आदि खरीदी या भेजी जाती है तो उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग कहते हैं।
ब्रोकरेज फर्म या वित्तीय संस्थान द्वारा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाता है, और उसे प्लेटफार्म के माध्यम से निवेशक रियल टाइम में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग करते समय कुछ बातें ध्यान में रखना अति आवश्यक है।
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ऑनलाइन ट्रेडिंग के लाभ क्या है?
आज के समय में चाहे हमें कोई सामान खरीदना हो या अन्य कोई बैंकिंग के कार्य करने हो या फिर कोई अन्य कार्य हम सभी ऑनलाइन करना पसंद करते हैं। इसी प्रकार से ट्रेडिंग के लिए ब्रोकरेज फॉर्म और वित्तीय संस्थान द्वारा प्लेटफार्म दिए जाते हैं जिसके कुछ अपने फायदे होते हैं।
- स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग सबसे आसान तरीका होता है।
- रियल टाइम में आप ट्रेडिंग कर सकते हैं और स्टॉक मार्केट में व्यापार कर सकते हैं।
- स्टॉक बाजार को ट्रैक करना ऑनलाइन काफी आसान है।
- ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से स्टॉप मार्केट में ट्रेड करने के साथ-साथ बंद या म्यूचुअल फंड भी आसानी से खरीदे जा सकते हैं।
- किसी भी समय और कहीं से भी स्टॉक मार्केटिंग में व्यापार कर सकते हैं।
- अपने अकाउंट की पूरी जानकारी एक जगह पर आपको डिजिटल रूप में प्राप्त होती है।
यह कुछ ऐसे महत्वपूर्ण ऑनलाइन ट्रेडिंग के लाभ हैं, जिन्हें आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से पा सकते हैं। यह सभी ऑफलाइन तरीके से संभव नहीं होता है और उसके लिए आपको काफी दस्तावेज आदि रखने होते हैं जो अब एक पुराना तरीका हो चुका है।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है?
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो ब्रोकरेज फॉर्म या वित्तीय संस्थान द्वारा निवेशकों को दिया जाता है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से आप आसानी से ऑनलाइन बॉन्ड खरीद सकते हैं, या शेयर मार्केट में व्यापार कर सकते हैं।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में दी जाने वाली सभी शेयर मार्केट की जानकारियां सभी प्लेटफार्म में एक समान रहती हैं, जो वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाती हैं। जिस प्रकार से आप इंटरनेट बैंकिंग करते हैं, उसी प्रकार से आप इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदद से ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कैसे चुने?
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनते समय हमें काफी सावधान रहने की जरूरत होती है। आप इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को चुनते हैं जिस पर आप विश्वास करते हैं और यह हमें चुनना होता है कि हम किस ब्रोकरेज फॉर्म की प्लेटफार्म की मदद से ट्रेडिंग करेंगे।
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जवाब शेयर मार्केट में निवेश करते हैं या म्यूचुअल फंड खरीदने हैं या कोई अन्य संपत्ति इन प्लेटफार्म की मदद से खरीदने या बेचते हैं तो ब्रोकरेज फॉर्म एक बिचौलिए की तरह काम करती है। इसीलिए हमेशा उसे प्लेटफार्म को चुने जो बाजार न केवल विश्वसनीय हो बल्कि वह दूसरे प्लेटफार्म के मुकाबले आपको बेहतर सुविधाएं प्रदान करते हैं।
प्लेटफॉर्म चुने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- सिर्फ दूसरों के कहने पर ना चले – सबसे पहले अपने ब्रोकर से परामर्श करें और उनके अनुभव को जाने। आप सिर्फ यह सोचकर किसी भी प्लेटफार्म को मैच होने के सभी एक प्लेटफार्म को चुन रहे हैं बल्कि यह जरूर देख ले कि ट्रेडिंग करने के लिए यह किस प्रकार की सुविधा आपको प्रदान करता है।
- उपयोग करने में आसान – सभी प्लेटफार्म का इंटरफेस अलग होता है और आपके लिए उसको समझाना बहुत जरूरी है। हमेशा उसे प्लेटफार्म को चुनने की कोशिश करें जिसे समझने में आसान हो और जिसमें आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकें।
- आपकी आवश्यकता के अनुसार – कहीं ऐसे ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो सभी प्रकार की सुविधा नहीं देते हैं। इसीलिए सबसे पहले अपनी आवश्यकता को पहचाने और उसके अनुसार ही किसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को चुने।
- फीस और शुल्क – ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा शुल्क जमा करने से पहले निवेशक को फीस और शुल्क के बारे में सूचित करना जरूरी है। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनते समय फीस और शुल्क के बारे में जरूर जान लें और सिर्फ कम फीस या शुक्ल के कारण सुरक्षित प्लेटफार्म को ना छोड़े और एक अच्छे निवेदक की तरह एक प्लेटफार्म को चुने।
- ग्राहक सेवा – यह सुनिश्चित कर लें कि जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को चुन रहे हैं, वहां पर ग्राहक सेवा के लिए फोन नंबर, ईमेल आईडी और लाइव चैट का विकल्प मौजूद है या नहीं। कई सारे ऐसे प्लेटफार्म होते हैं जिन पर लाइव चैट या फोन नंबर का विकल्प मौजूद होता है। आप ऐसा होने पर आप इस समय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
- ट्रेडिंग रिकॉर्ड – जिस प्लेटफार्म को आप चुन रहे हैं उसका रिकॉर्ड जांचना अति आवश्यक है। यदि आप बिना रिकॉर्ड प्राप्त किया किसी प्लेटफार्म को चुनते हैं तो आप धोखाधड़ी का शिकार भी हो सकते हैं।
- ऑफर के लाभ – ब्रोकरेज फॉर्म समय-समय पर उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए ऑफर देते हैं, और राशि जमा करने के लिए छूट प्रदान करते हैं। ऐसे प्लेटफार्म को चुने जो समय समय पर ऑफर देते रहते हैं और जिससे आपको कमीशन भी प्राप्त हो।
ऑनलाइन ट्रेडिंग के प्रकार
- तवारिक व्यापार
- पोजीशनल व्यापार
- निवेश
निष्कर्ष
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है, लेख में आप इस बारे में समझे हैं की ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या होती है और किस प्रकार से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कार्य करता है और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कैसे चुने। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ट्रेडिंग जोखिम भरा होता है और ऑनलाइन ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले इससे संबंधित बाजार को अच्छी प्रकार से समझ लें और उसके पश्चात ही एक जिम्मेदार निवेदक की तरह निवेश करें।
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