कपिल-देव ( Kapil Dev ) का पूरा नाम कपिल देव रामलाल निखंज है। इनका जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ में हुआ था। कपिल देव को कपिल पाजी, हरियाणा का हरिकेन नाम से भी जाना जाता है।
कपिल देव भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं और वह एक मिडल ऑर्डर बैट्समैन और फास्ट मीडियम बॉलर थे, जिस समय भारत ने 1983 में पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता उस समय कपिल-देव जी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे।
जब भारत ने 1983 में पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था, उस समय कपिल-देव दुनिया के सबसे कम उम्र कप्तान थे और उस समय उनकी उम्र मात्र 24 वर्ष की थी। इसके बाद सन् 1994 में कपिल-देव ने क्रिकेट खेल से सेवानिवृत्त (Retire) हुए और उस समय तक सबसे ज्यादा टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने का रिकॉर्ड कपिल-देव के नाम था, जो कर्टनी वॉल्श (वेस्टइंडीज के खिलाड़ी) ने सन 2000 में तोड़ा।
क्रिकेट के इतिहास में कपिल-देव जी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 400 से ज्यादा यानी 434 विकेट और 5000 से ज्यादा रन टेस्ट क्रिकेट में लिए हैं।
कपिल देव का जन्म – Kapil Dev Birth
कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1969 को चंडीगढ़ में हुआ था, और इनका पूरा नाम कपिल देव रामलाल निखंज रखा गया। सन 1947 में भारत के विभाजन के बाद कपिल-देव का परिवार फाजिल्का शहर में गए जिसके बाद वह चंडीगढ़ शहर में बसे जहां पर कपिल का जन्म हुआ।
कपिलदेव का पैतृक परिवार मोंटगोमरी से है, मोंटगोमरी जिसे अब साहिवाल के नाम से जाना जाता है। भारत के विभाजन से पहले मोंटगोमरी ब्रिटिश इंडिया पंजाब राज्य का हिस्सा था, जो भारत के विभाजन के पश्चात पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हिस्से में आया जिसे अब साहिवाल के नाम से जाना जाता है।
कपिल-देव की माता का जन्म पाकपट्टन, ओकारा मैं हुआ था, जो अब पाकिस्तान के पंजाब राज्य का एक जिला है।
Kapil Dev का शुरुआती जीवन
कपिल-देव का जन्म चंडीगढ़ में हुआ जबकि उनके पिता का जन्म दीपालपुर पंजाब प्रांत में हुआ जो इस समय पाकिस्तान के पंजाब प्रांत वाले हिस्से में है। कपिल के जन्म से पहले उनकी चार बहने हैं जिनका जन्म भारत के विभाजन से पहले हुआ और भारत के विभाजन के पश्चात उनका परिवार भारतीय पंजाब के फाजिल्का में आकर बसा।
इसके पश्चात वह फाजिल्का से चंडीगढ़ में बसें और वहां पर कपिल का जन्म हुआ। कपिल-देव के चार बहनों के अलावा दो भाई भी हैं जिनका जन्म भारत में बसने के बाद हुआ जिनके नाम रमेश और भूषण हैं।
कपिल देव जी के पिताजी एक लकड़ी व्यापारी थे, और अपने व्यापार के चलते उनका परिवार फाजिल्का से चंडीगढ़ में आया और वहीं पर कपिल-देव जी ने अपनी स्कूल की पढ़ाई की शुरुआत की।
कपिल देव की शिक्षा
कपिल देव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डी. ऐ. वी. स्कूल से की थी जिसके पश्चात उन्होंने अपनी स्नातक पढ़ाई सेंट एडवर्ड कॉलेज में की। उनकी खेल के प्रति काफी रूचि थी और वह क्रिकेट खेल में अपनी प्रतिभा दिखाने से कभी पीछे नहीं हटते थे।
उनकी खेल के प्रति ऐसी रूचि और उनकी प्रतिभा को देखकर उन्हें क्रिकेट सीखने के लिए 1971 में देश प्रेम आजाद के पास भेजा गया, जिसके पश्चात उन्होंने क्रिकेट को ही अपना कैरियर चुना और अपना योगदान दिया।
कपिल देव का क्रिकेट कैरियर
कपिलदेव ने अपने क्रिकेट जीवन की धमाकेदार शुरुआत नवंबर 1975 में हरियाणा टीम से की थी। इस सीजन में उन्होंने अपना पहला मैच पंजाब के खिलाफ खेला और वहां पर 3 विकेट झटके और हरियाणा को जीत दिलाई। इस सीजन में कपिल-देव ने 30 मैच खेले जिसमें उन्होंने 121 विकेट झटके।
उन्होंने 1981 और 1983 में इंग्लैंड में नॉर्थम्पटनशायर और 1984 और 1985 में वोस्टरशायर काउंटी क्रिकेट खेला जहां पर उन्होंने 2312 रन अपनी 64 इनिंग में बनाएं और 103 विकेट झटके।
कपिल देव का इंटरनेशनल क्रिकेट जीवन
कपिल ने अपना पहला इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट मैच फैसलाबाद पाकिस्तान में 16 अक्टूबर 1978 को पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इसके बाद उन्होंने रुकने का नाम नहीं लिया और भारत की तरफ से अलग-अलग मैचों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया।
सन 1982-83 में श्रीलंका के खिलाफ कपिल-देव को पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान चुना गया। श्रीलंका के खिलाफ उस दौरे में गावस्कर आराम कर रहे थे, और उनकी जगह पर कपिल-देव को कप्तान चुना गया। इसके पश्चात भारतीय क्रिकेट टीम के रेगुलर कप्तान के तौर पर वेस्टइंडीज दौरे पर उन्होंने बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनका यह बड़ा हुआ आत्मविश्वास 1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप में काम आया।
1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप में कपिल-देव जी का योगदान
सन 1983 में क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का सामना उस समय की सबसे बेहतरीन टीम वेस्टइंडीज के साथ था। इस फाइनल मैच में भारत ने सिर्फ 183 रन ही बनाए थे और वेस्टइंडीज को 184 रन का टारगेट दिया था।
किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि भारत यह मैच जीत जाएगा क्योंकि 183 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज जैसी ताकतवर फिल्म को रोक पाना बहुत मुश्किल था। देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज के 50 रन पर सिर्फ एक विकेट ही गिरी थी। जिसके पश्चात 76 रन होते होते वेस्टइंडीज के 6 बैट्समैन आउट कर दिए गए और उसके बाद 140 रन पर पूरी वेस्टइंडीज टीम को आउट किया।
यह भारत की पहली क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत थी जिसमें KD ने अपना अभूतपूर्व योगदान दिया जिस वजह से भारत को यह पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप मिला।
कपिल देव के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां
पूरा नाम | कपिल देव रामलाल निखंज |
जन्म | 6 जनवरी 1959 |
जन्म स्थान | चंडीगढ़ |
लम्बाई | 6 फ़ीट |
उप नाम | हरियाणा हरिकेन, के डी, कपिल पाजी |
पिता का नाम | रामलाल निखंज |
माता का नाम | राज कुमारी लाजवंती |
जाती | जाट |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
राशि | मकर राशि |
क्रिकेट बैटिंग | राइट हैंड बैटिंग |
बोलिंग | राइट आर्म फ़ास्ट मध्यम |
क्रिकेट की शुरुआत | 1975 |
घरेलु टीम | हरियाणा |
काउंटी टीम | नॉर्थहेम्पटनशायर और वोरस्टरशायर |
नेशनल टीम में शुरुआत | 1978 |
सेवानिवृत | 1994 |
पत्नी का नाम | रोमी भाटिया |
बेटी का नाम | अमिया देव |
कुल विकेट्स | 434 |
कपिल देव के जीवन पर आधारित बॉलीवुड फिल्म
कपिल ने क्रिकेट में अपना अनोखा योगदान दिया है और इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। कपिलदेव के जीवन का सफर डीएवी स्कूल के 1 छात्र से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान तक कैसे पहुंचा और किन-किन मुश्किलों का उन्हें सामना करना पड़ा, इसके ऊपर एक फिल्म बनी है।
भारतीय सिनेमा यानी बॉलीवुड द्वारा यह कपिल के जीवन पर आधारित फिल्म बनाई गई जिसका निर्देशक कबीर खान है और कपिल-देव का किरदार रणवीर सिंह ने निभाया है। यह फिल्म बनने से पूर्व कपिल जी से पूछा गया कि आप की बायोपिक बनाने के लिए किस अभिनेता को चुना जाए तो उन्होंने खुद ही रणवीर सिंह का चयन किया था।
कपिल देव को दिए गए पुरस्कार
- 1979-80 – अर्जुन पुरस्कार
- 1982 – पद्मश्री
- 1983 – विस्डेन क्रिकेटर आफ द ईयर
- 1991 – पद्मभूषण
- 2002 – विस्डेन इन्डियन क्रिकेटर आफ द सेन्चुरी
कपिल देव का जन्म कब और कहां हुआ?
कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ नामक शहर में भारत में हुआ।
कपिल देव ने पढ़ाई की शुरुआत किस स्कूल से की थी?
कपिल देव की पढ़ाई की शुरुआत डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से हुई थी, जिसके पश्चात उन्होंने स्नातक के लिए सेंट एडवर्ड कॉलेज में एडमिशन लिया।
कपिल-देव के पिता जी का क्या नाम था?
कपिल देव के पिता जी का नाम रामलाल निखंज था। जो एक लकड़ी के व्यापारी थे।
कपिल-देव ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच कब और किसके खिलाफ खेला था?
1 अक्टूबर 1978 को कपिल देव ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच पाकिस्तान के खिलाफ क्वेटा में और 16 से 21 अक्टूबर 1978 को फैसलाबाद में टेस्ट क्रिकेट मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था।
कपिल-देव की घरेलू टीम कौन सी है?
कपिल देव ने अपना सबसे पहला घरेलू क्रिकेट मैच हरियाणा टीम से पंजाब के खिलाफ खेला था और इनकी घरेलू टीम हरियाणा है।
कपिल देव ने घरेलू क्रिकेट से कब रिटायर हुए?
कपिल-देव की घरेलू टीम हरियाणा थी और वह नॉर्थम्पटनशायर और वोरस्टरशायर काउंटी क्रिकेट भी खेला करते थे और उन्होंने सन 1992 में घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया।
कपिल देव के कोच का क्या नाम था?
सन 1971 में कपिल-देव को देश प्रेम आजाद के पास क्रिकेट सीखने के लिए भेजा गया था और यही उनके कोच थे।
कपिल देव ने किस सन में शादी की?
कपिल देव की शादी रोमी भाटिया के साथ सन 1980 में हुई।
कपिल देव के पिता जी का नाम ?
कपिल देव के पिता जी का नाम रामलाल निखंज था।
कपिल देव की बेटी का क्या नाम है?
कपिल देव की एक बेटी है जिसका नाम अमिय देव है।
कपिल देव पर आधारित फिल्म का क्या नाम है?
कबीर खान के निर्देशन में कपिल देव के जीवन पर एक बायोपिक फिल्म बनाई गई जिसमें अभिनेता रणवीर सिंह ने कपिल देव की भूमिका निभाई है और इस फिल्म का नाम ’83’ है।
ज़रूर पढ़ें: वीरापांड्या कट्टाबोम्मन – Veerapandiya Kattabomman Biography