हर विद्यार्थी जो उच्च शिक्षा के लिए सोच रहा हो वो जानना चाहता है की UGC क्या है, यूजीसी क्या कार्य करती है आदि। उच्च शिक्षा हर विद्यार्थी के जीवन में अहम भूमिका निभाती है, इसलिए जरूरी है कि उच्च शिक्षा किसी अच्छे विश्वविद्यालय से प्राप्त की जाए।
भारत में आजादी के उपरांत बहुत अधिक मात्र में विश्वविद्यालय शुरू हुए हैं। विद्यार्थियों के पास विश्वविद्यालय के चयन के लिए अवसर तो बहुत हैं, लेकिन उसके लिए यह जानना जरूरी है कि कौनसा विश्वविद्यालय मान्यता प्राप्त है, किस विश्वविद्यालय की ग्रेड अच्छी है।
यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय की डिग्री को हर जगह पर वैल्यू दी जाती है। विद्यार्थियों के इन्हीं सवालों के लिए यह कार्य करती है। इस लेख में इसके विषय में संक्षिप्त जानकारी दी गई है।
UGC क्या है?
UGC केंद्र सरकार द्वारा गठित किया गया एक आयोग है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इस आयोग का मुख्य कार्य है देश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों को मान्यता देना। इसके अलावा देश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों को अनुदान प्रदान करना, आंकलन करना है। यूजीसी एक आयोग है जो भारत में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने और उसे बनाए रखने के लिए कार्य करता है। उच्च शिक्षा पर पूर्ण रूप से नियंत्रण रखने की जिम्मेवारी UGC की ही है।
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यह केंद्र द्वारा संचालित वैधानिक निकाय है। यूजीसी को शिक्षा मंत्रालय द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यूजीसी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में अनुसंधान सुविधाओं, बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक कार्यक्रमों आदि में सुधार करने के लिए कार्य करता है, अनुदान प्रदान करता। यह आयोग भारत में उच्च शिक्षा के विकास में बढ़ोतरी में अहम भूमिका अदा करता है। यह आयोग महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और विकास में नवाचार को बढ़ावा देता है। इस आयोग की स्थापना के बाद उच्च शिक्षा के लिए बच्चों के विदेश जाने की संख्या में बहुत कमी आई है। इस आयोग ने उच्च शिक्षा में बड़े स्तर पर सुधार के कार्य किए हैं।
UGC का अँग्रेजी में full form होता है, University Grant Commission और हिन्दी में (वि. अनु. आ.) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग।
इतिहास
भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली की शुरुआत होती है 1944 में सार्जेंट रिपोर्ट के साथ। यह रिपोर्ट केंद्रीय सलाहकार बोर्ड ऑफ एज्यूकेसन द्वारा शैक्षिक विकास के लिए दी गई थी। इसके आधार पर सन्न 1945 में विश्वविद्यालय अनुदान समिति का गठन हुआ। इस समिति को अलीगढ़, दिल्ली और बनारस विश्वविद्यालयों के निरयंत्रण की जिम्मेवारी दी गई थी।
सन्न 1948 में उच्च शिक्षा में सुधार करने के लिए विचार होने लगे थे। जिसके चलते डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की स्थापना हुई। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने सरकार से अनुशंसा की कि भारत में भी UK (यूनाइटेड किंगडम) के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के जैसे आयोग का गठन किया जाना चाहिए।
उनकी इस अनुशंसा के आधार पर ही दिसंबर 28, 1953 को डॉ. अबुल कलाम आजाद (तात्कालिक शिक्षा मंत्री, प्राकृतिक संसाधन मंत्री और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री) ने University Grant Commission का उदघाटन किया और उसके पश्चात सन्न 1956 में संसद में प्रस्ताव को पास करके एक संवैधानिक निकाय के रूप में UGC को स्थापित कर दिया गया था।
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संगठनात्मक ढांचा
यह केंद्र सरकार द्वारा गठित एक शिक्षण आयोग है। इस आयोग में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष, और 10 सदस्य होते हैं। 10 सदस्यों में 1 उच्चतर शिक्षा सचिव, 1 व्यय सचिव और 8 अन्य सदस्य होते हैं।
अध्यक्ष
UGC के प्रथम अध्यक्ष श्री शांति स्वरूप भटनागर थे। वर्तमान में अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार हैं। UGC अधिनियम, 1956 की धारा 6 (1) के अंतर्गत UGC के अध्यक्ष का कार्यकाल 65 वर्ष की आयु या पाँच वर्ष की अवधि का समय जो भी पहले आए, ऐसा प्रावधान किया गया है।
स्थापना से लेकर अब तक के अध्यक्षों की सूची
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क्रम संख्या | अध्यक्ष का नाम | कार्यकाल |
1 | श्री शांति स्वरूप भटनागर | 1953-1955 |
2 | श्री हुमायूँ कबीर | 1955-1956 |
3 | श्री हृदयनाथ कुंजरू | 1956-1956 |
4 | श्री सी. डी. देशमुख | 1956-1961 |
5 | श्री वी. एस. कृष्णा | 1961-1961 |
6 | श्री डी. एस. कोठारी | 1961-1973 |
7 | श्री जॉर्ज जेकोब | 1973-1974 |
8 | श्री सतीश चन्द्र | 1976-1981 |
9 | श्रीमति माधुरी आर. शाह | 1981-1986 |
10 | श्री यशपाल | 1986-1991 |
11 | श्री मनमोहन सिंह | 1991-1991 |
12 | श्री जी. राम रेड्डी | 1991-1995 |
13 | श्री अरमाइत्य एस. देसाई | 1995-1999 |
14 | श्री हरी प्रताप गौतम | 1999-2002 |
15 | श्री अरुण एस. निगावकर | 2002-2005 |
16 | श्री सुखदेओ थोरट | 2006-2011 |
17 | श्री वेद प्रकाश | 2013-2017 |
18 | श्री डी. पी. सिंह | 2018-2021 |
19 | श्री एम. जगदीश कुमार | 2022- अब तक |
मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय
UGC का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, और इसने क्षेत्रीय स्तर पर सुचारु रूप से कार्य करने के लिए विकेंद्रीयकरण की प्रक्रिया को अपनाया है। पूरे देश भर में UGC के 6 क्षेत्रीय कार्यालय हैं। क्षेत्रीय स्तर पर कार्यों के लिए निम्नलिखित 6 जगहों पर क्षेत्रीय कार्यालय खोले हैं:-
- कोलकाता
- गुवाहाटी
- भोपाल
- हैदराबाद
- बेंगलुरु
- पुणे
यूजीसी के कार्य क्या हैं
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को मान्यता प्रदान करना।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को अनुदान प्रदान करना।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का आंकलन करके ग्रेडिंग देना। इसके अंतर्गत ही NAAC (National Assessment and Accreditation Council) नामक परिषद है जो महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का आंकलन करके ग्रेडिंग देता है।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देना।
- भारत में उच्च शिक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण रखना।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं के लिए मानक तैयार करना।
- UGC से मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से प्राप्त डिग्री और डिप्लोमा को मान्यता देता है।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के सुचारु संचालन के लिए नियम निर्धारित करना।
- इस संस्था द्वारा बिना मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों की जांच करना और अगर महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों की जांच में उनको यूजीसी द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं पाया जाता है, तो उनपर कार्यवाही करना।
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को समय – समय पर दिशा निर्देश भी देता है।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय उच्च शिक्षा को बनाए रखना।
उद्देश्य क्या हैं
- महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में अनुसंधान, शिक्षा और परीक्षाओं के लिए निर्धारित मानकों का ध्यान रखना और उनहने बनाए रखना।
- केंद्र सरकार, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और राज्य विश्वविद्यालयों के बीच समनव्य स्थापित करना।
- निर्धारित मानकों को बनाए रखने के लिए नियम बनाना।
- भारत में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाना और बढ़ावा देना।
- सरकार को उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से समय समय पर सलाहा देना।
आलोचनाएँ
- स्टेट के विश्वविद्यालयों का मानना है की यूजीसी द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालयों और स्टेट के विश्वविद्यालयों के बीच पक्षपात किया जाता है।
- यूजीसी में फंड की कमी के चलते अनुदान पर प्रभाव पड़ रहा है।
- वर्तमान समय में विश्वविद्यालयों में बढ़ रही अराजकता पर यूजीसी ध्यान नहीं दे रही है।
मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय
वैसे तो वर्तमान समय में देश भर के सब विश्वविद्यालय यूजीसी से मान्यता प्राप्त हो चुके हैं। जिनमें से देश भर के कुछ प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय निम्नलिखित हैं:-
- Delhi University
- JNU (Jawaharlal Nehru University)
- University of Madras
- MDU (Maharshi Dayanand University)
- KU (Kurukshetra University)
- IGNOU (Indira Gandhi National Open University)
- LPU (Lovely Professional University)
- University of Pune
- University of Kolkata
- Anna University
- University of Calicut
- Bangalore University
- University of Rajasthan आदि
आयोजित कि जाने वाली परीक्षाएँ
भारत में उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न प्रकार कि परीक्षाएँ आयोजित कि जाती हैं। यह सब परीक्षाएँ इस संस्था द्वारा निर्धारित किए गए मानकों के आधार पर ही होती हैं। उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न प्रकार कि परीक्षों को यूजीसी और इसके के अंतर्गत आने वाली कई संस्थाओं द्वारा आयोजित किया जाता है।
यूजीसी के अंतर्गत आने वाले संस्थान निम्नलिखित हैं:–
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR, Indian Council of Agriculture Research)
- राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE, National Council for Teacher Education)
- भारतीय चिकित्सा परिषद (MCI, Medical Council of India)
- भारतीय बार परिषद (BCI, Bar Council of India)
- भारतीय फार्मेसी परिषद (PCI, Pharmacy Council of India)
- अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE, All India Council of Technical Education)
- दूरशिक्षा परिषद (DEC, Distance Education Council)
- भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI, Rehabilitation Council of India)
- राष्ट्रीय ग्रामीण संस्था परिषद (NCRI, National Council of Rural Institute)
- केंद्रीय होम्योपेथि परिषद (CCH, Central Council of Homeopathy)
- उच्च शिक्षा राज्य परिषद (SCHE, State Council of Higher Education)
- केंद्रीय भारतीय औषधि परिषद (CCIM, Central Council of Indian Medicine)
- भारतीय नर्सिंग परिषद (INC, Indian Nursing Council)
UGC NET क्या है
UGC NET का फुल फॉर्म National Eligibility Test है। इस संस्था के द्वारा पूरे देश भर में NET (National Eligibility Test) राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा के जरिये महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लिए अच्छे और योग्य शिक्षकों का चयन करना होता है। यह परीक्षा UGC NET के नाम से पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है। इस परीक्षा में पास होने वाला अभ्यर्थी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों के लिए आवेदन करने के लिए योग्य हो जाता है।
जाली विश्वविद्यालयों कि सूची को कैसे देखें
संगठनात्मक ढांचे, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सदस्यों के नाम, मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के नाम और fake विश्वविद्यालयों कि सूची के विषय में जानकारी के लिए यूजीसी कि ओफिसियल वेब साइट पर जाएँ।
नक़ली विश्वविद्यालयों कि सूची देखने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:-
- यूजीसी कि ओफिसियल वैबसाइट के home पेज पर जाएँ।
- home पेज पर उपर विश्वविद्यालय के option पर जाएँ।
- विश्वविद्यालय के option पर जाने पर बहुत सारे options दिखाएँ देंगे, जिनमे से जाली विशविद्यालय के option पर जाएँ।
- जाली विश्वविद्यालय के option पर क्लिक करते ही जारी कि गई जाली विश्वविद्यालयों कि सूची कि PDF फ़ाइल को आप देख सकते हैं।
भविष्य
भारत में वर्तमान समय में यूजीसी ही उच्च शिक्षा के लिए कार्य कर रही है। लेकिन उच्च शिक्षा के स्तर को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए भारत सरकार UGC और AICTE को खत्म करने का विचार कर रही है। भारत सरकार द्वारा इसके स्थान पर HEERA (Higher Education Empowerment Regulation Agency) नामक एजेंसी बनाने के लिए विचार कर रही है। इसके लिए भारत सरकार नियम बनाने की तैयारी कर रही है।
UGC द्वारा नवंबर 2019 में जारी कि गई जाली विश्वविद्यालयों कि सूची pdf:
सम्बंधित प्रश्नोत्तरी:
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UGC का full form क्या है?
Unviersity Grant Commission
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UGC की स्थापना कब हुई?
सन्न 1956 में संसद में UGC अधिनियम, 1956 पास करके एक संवैधानिक के रूप में UGC की स्थापना की गई।
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UGC के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
श्री शांति स्वरूप भटनागर
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UGC संगठन में कितने सदस्य होते हैं?
1 अध्यक्ष, 1 उपाध्यक्ष, 1 उच्चतर शिक्षा सचिव, 1 व्यय सचिव और 8 अन्य सदस्य।
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UGC NET का full form क्या है?
University Grant Commission National Eligibility Test
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UGC full form in hindi
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग