यदि आप हिंदी भाषा या हिंदी व्याकरण में रुचि रखते हैं तो आपको प्रत्यय के बारे में जानना अति आवश्यक है। यदि आप जानना चाहते हैं कि “प्रत्यय किसे कहते हैं?” तो आप यहां पर प्रत्यय का अर्थ, प्रत्यय की परिभाषा, प्रत्यय के भेद, प्रत्यय के प्रकार और प्रत्यय के उदाहरण के बारे में जानेंगे।
प्रत्यय किसे कहते हैं?
जो शब्दांश/अक्षर किसी भी शब्द के पीछे जोड़कर उस शब्द का अर्थ बदले या उसके अर्थ को प्रभावित करें उस शब्दांश को प्रत्यय कहते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, प्रति + अय और प्रत्यय का अर्थ होता है पीछे आना। और जैसा कि आप इसके नाम और इसके अर्थ से समझते हैं प्रत्यय का अर्थ पीछे लगने वाला शब्दांश होता है।
प्रत्यय की परिभाषा: जिस शब्दांश के किसी क्रिया या धातु शब्द के पीछे जुड़ने से उस शब्द का अर्थ प्रभावित हो उस शब्दांश को प्रत्यय कहते हैं।
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प्रत्यय के 20 उदाहरण
नीचे दिए गए प्रत्यय के उदाहरण में आप अलग-अलग प्रकार के प्रति देख सकते हैं। जिनके लगने के पश्चात उन्होंने उस शब्द के अर्थ को प्रभावित किया है।
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प्रत्यय के प्रकार
प्रत्यय के प्रकार अलग-अलग भाषाओं के हिसाब से अलग-अलग होते हैं। नीचे हिंदी भाषा के प्रत्यय और संस्कृत भाषा के प्रत्यय दिए गए हैं।
- कृत प्रत्यय
- तद्धित प्रत्यय
1. कृत प्रत्यय
कृत प्रत्यय वह प्रत्यय होते हैं जिनके किसी शब्द के पीछे लगने से उस शब्द को प्रभावित कर एक नए शब्द का निर्माण करते हैं। इनके पीछे लगने से बनने वाले नए शब्द का एक नया अर्थ होता है, इस कृत्य के योग से संज्ञा और विशेषण भी बनाए जाते हैं।
कृत प्रत्यय के उदाहरण:
- लेख + अक = लेखक
- मोह + अक = मोहक
- भूल + आ = भूला
- उड़ + आन = उड़ान
कृत प्रत्यय के भेद
आप इन्हें कृत प्रत्यय के भेद या कृत प्रत्यय के प्रकार कह सकते हैं।
- कृत वाचक कृत प्रत्यय: इस प्रकार के प्रत्यय में किसी भी कार्य को करने वाले का पता चलता है। लेखक, नायक दुखीराम गायक, घुमक्कड़, भगोड़ा, होनहार इत्यादि इसके उदाहरण है।
- भाववाचक कृत प्रत्यय: भाव वाचक कृत प्रत्यय में संख्या और पदों से भाव का बोध होता है। मिल + आई = मिलाई, लड़ + आई = लड़ाई, इसके कुछ उदाहरण है।
- विशेषण वाचक कृत प्रत्यय: जब किसी प्रत्येक के किसी शब्द के पीछे लगने से विशेषण शब्द की रचना होती है तो उसे विशेषण वाचक कृत प्रत्यय कहते हैं।
- कर्म वाचक कृत प्रत्यय: जिस कृत प्रत्यय के किसी शब्द के पीछे जुड़ने से कर्म का बोध हो यानी कार्य का बोध हो उसे कर्म वाचक प्रत्यय या कर्म वाचक कृत प्रत्यय कहते हैं। खेल + औना = खिलौना इसके उदाहरण है।
- करण वाचक कृत प्रत्यय: जब किसी वाक्य में कोई कृत प्रत्यय के योग से करण कारक बना हो तो उसे करण वाचक कृत प्रत्यय कहते हैं।
- क्रिया वाचक कृत प्रत्यय: जिस प्रत्यय के जुड़ने से क्रिया का बहुत होता हो उसे क्रिया वाचक कृत प्रत्यय कहा जाता है।
2. तद्धित प्रत्यय
वह शब्दांश जिनके किसी संख्या, सर्वनाम, विशेषण के अंत में लगने से नए शब्दों की रचना होती है उस शब्दांश को तद्धित प्रत्यय कहा जाता है।
हिंदी भाषा में आठ प्रकार के तद्धित प्रत्यय होते हैं।
- कृत वाचक तद्धित प्रत्यय: इस प्रकार के तद्धित प्रत्यय में काम करने वाले का बोध होता है जैसे कार = चित्रकार
- गुणवाचक तद्धित प्रत्यय: गुणवाचक तद्धित प्रत्यय में पदार्थ के गुणों का बोध होता है। वान = गुणवान, धनवान।
- भाववाचक तद्धित प्रत्यय: इस तद्धित प्रत्यय में भावना या भाव प्रकट होता है। आन = उड़ान, बुलावा = बुलाव + आ
- स्थान वाचक तद्धित प्रत्यय: इसमें स्थान का बोध होता है। उदाहरण: शहर+वाला = शहर वाला
- स्त्री वाचक तद्धित प्रत्यय: इस तद्धित प्रत्यय के किसी शब्द के पीछे लगने से उस शब्द का स्त्रीलिंग में बदलाव हो जाता है। जैसे: पंडिताइन = पंडित+आइन
- संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय: इसमें संबंध का बोध होता है। जैसे शारीरिक शब्द का संबंध शरीर से है, और यह शब्द शरीर+इक प्रत्यय से मिलकर बना है।
- ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय: ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय में प्रेम, हीनता या लघुता का पता चलता है। उदाहरण: खाट+ईया = खटिया, ढोल+क = ढोलक
- सादृश्य वाचक तद्धित प्रत्यय: जिन तद्धित प्रत्यय के जुड़ने से बनने वाले नए शब्द से समानता का बोध हो उसे सादृश्य वाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे: पीला +सा = पीलासा
निष्कर्ष
यहां पर आपने सीखा की “प्रत्यय किसे कहते हैं?” और प्रत्यय के प्रकार कौन-कौन से हैं। यदि आप कृत प्रत्यय, कृत प्रत्यय के प्रकार, तद्धित प्रत्यय या तद्धित प्रत्यय के प्रकार से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
यदि आपको यह आसान भाषा में समझ आया हो कि प्रत्यय किसे कहते हैं और प्रत्यय के प्रकार क्या है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें और कमेंट बॉक्स में अपने विचार व्यक्त करें।