युवा वर्ग अक्सर अपने भविष्य को लेकर चित्रित रहता है, और वह सही से समझ पाता कि आखिर किस दिशा में हमें जाना चाहिए।मेडिकल साइड लेने के बाद आप अपने भविष्य के लिए पैथोलॉजी विभाग को चुन सकते हैं। 12वीं कक्षा में जब मेडिकल साइड हम चुनते हैं, तो उसके बाद हमें अपने भविष्य की चिंता रहती है। और सोचते हैं कि मेडिकल क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए किस माध्यम को चुनना चाहिए, ताकि हमारा भविष्य सही दिशा में आगे बढ़ता रहे।
इस लेख में मेडिकल क्षेत्र से संबंधित पैथोलॉजी विभाग के बारे में हम जानेंगे। जानेंगे कि आखिर पैथोलॉजी क्या है और पैथोलॉजी के प्रकार के साथ इससे संबंधित अन्य जानकारियां भी आपके यहां पर मिलेंगे।
पैथोलॉजी क्या है?
पैथोलॉजी मेडिकल क्षेत्र का वह विभाग होता है जिसमें लोग, बैक्टीरिया वायरस, माइक्रो वायरस, पंजाबी इत्यादि का पता लगाया जाता है। जब भी हम बीमार होते हैं तो डॉक्टर हमें जांच के लिए बोलता है। इसके बाद पैथोलॉजी डिपार्मेंट में जांच की जाती है, और जब बीमारी का पता लगे तो उसके बाद डॉक्टर द्वारा इलाज शुरू कर दिया जाता है।
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कुछ केस में लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर हमें दवाई देता है, परंतु ज्यादातर डॉक्टर पैथोलॉजी में टेस्ट के लिए बोलता है ताकि सही बीमारी का पता लग सके। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए टेस्ट को जब हम लैब में करवाते हैं तो पैथोलॉजी विभाग के कर्मचारी लैब में संबंधित जांच करते हैं।
पैथोलॉजी के प्रकार क्या है?
- Clinical pathology – इसमें मुख्य रूप से यूरिन और ब्लड की जांच की जाती है। किसी भी व्यक्ति के यूरिन या खून में मौजूद समस्या का clinical pathology में पता लगाया जाता है। इनका उपयोग माइक्रोस्कोपिक इवोल्यूशन टिशु के आधार पर किया जाता है ताकि सही बीमारी का पता लगाया जा सके।
- Anatomical pathology – शरीर के उत्तकों की जांच anatomical pathology के अंतर्गत की जाती है। शरीर के ऊतकों को निकाल कर और उन टिशु का अध्ययन किया जाता है, ताकि शरीर के अंग के बारे में सही जानकारी प्राप्त हो सके। अक्सर किसी गंभीर बीमारी के अध्ययन के लिए एनाटॉमिकल पैथो लॉजी के अंतर्गत जांच होती है। जैसे कैंसर की बीमारी का टेस्ट इसका एक उदाहरण है।
पैथोलॉजिस्ट कैसे बनते हैं?
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको 12वीं कक्षा में साइंस/मेडिकल स्ट्रीम लेनी होगी जिसके अंतर्गत आपके लिए बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स सब्जेक्ट होना अनिवार्य है। यदि आप 12वीं कक्षा में यह सब्जेक्ट चुनते हैं और परीक्षा में 60 कम से कम 60% अंकों से पास होते हैं, तो आप आगे Pathology की पढ़ाई कर सकते हैं।
- DMLT
- Bachelors in medical lab technician
- MD in Pathology
- Bsc in Pathology
यह कुछ ऐसे 12वीं के बाद किए जाने वाले कोर्स है, जिनको करके आप पैथोलॉजिस्ट बन सकते हैं। यदि आप Pathology में MD करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको एमबीबीएस करना होगा और उसके पश्चात आप अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
पैथोलॉजी कोर्स में लगने वाला समय
- Bsc in Pathology में 3 वर्ष का समय लगता है।
- Bachelors in medical lab technician में भी 3 वर्ष का समय लगता है और यहां पर आपको इससे संबंधित जानकारी दी जाती है इसके बाद आप लैब टेक्नीशियन बन सकते हैं।
- MD in Pathology करने के लिए एमबीबीएस करना अनिवार्य है इसके पश्चात आप 3 वर्ष अतिरिक्त समय देकर MD in Pathology कर सकते हैं।
Pathology में भविष्य
- पैथोलॉजी का कोर्स करने के बाद आप सरकारी अस्पताल में पैथोलॉजी विभाग में नौकरी पा सकते हैं।
- किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में Pathology Lab चला सकते हैं या उसमें नौकरी कर सकते हैं।
- खुद का Pathology Lab खोलकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
- प्राइवेट लैब में पैथोलॉजिस्ट के रूप में कम कर सकते हैं और वहां पर नौकरी करवा सकते हैं।
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