अपने इंटरनेट से जुड़े लोगों को अक्सर सर्च इंजन के बारे में बात करते हुए सुना होगा। लेकिन क्या आपने सोचा है कि सर्च इंजन क्या है, और यह कैसे काम करता है। बहुत सारे लोग इंटरनेट से जुड़े होते हैं, सोशल मीडिया Platform पर उनकी Profile होती है, और अक्सर सर्च इंजन का इस्तेमाल वह हर रोज करते हैं परंतु उन्हें यह ज्ञान नहीं होता कि सर्च इंजन क्या है और सर्च इंजन कैसे काम करता है।
आपने भी कभी ना कभी गूगल का उपयोग किया होगा, यदि आप इस इस विषय के बारे में हमारी वेबसाइट से पढ़ रहे हैं, इस विषय के बारे में भी अपने गूगल पर ही ढूंढा होगा। चलिए आसान भाषा में जान लेते हैं कि सर्च इंजन क्या होता है।
सर्च इंजन क्या है?
Search Engine एक प्रकार का टूल या सॉफ्टवेयर होता है जिससे हम वर्ल्ड वाइड वेब कोई भी जानकारी प्राप्त करते हैं। यह इंटरनेट से जुड़ी वेबसाइट और पेजों पर मौजूद जानकारी को खोजने की अनुमति देता है। जब हम कोई भी विषय सर्च इंजन पर ढूंढते हैं, तो उसे विषय से संबंधित वेबसाइट या पेज का रिजल्ट यह हमें दिखता है।
जब कोई User किसी Search Engine पर कुछ सर्च करता है, तो वह Search Engine अपने Database में मौजूद जानकारी से संबंधित वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में User के सामने दिखता है। यह जानकारी User को उन शब्दों से संबंधित दिखाई जाती है जो हम किसी सर्च इंजन पर ढूंढते हैं। इन शब्दों को Keywords कहा जाता है और जब User सर्च इंजन पर Keywords डालकर सर्च करता है तो उसे web surfing कहते हैं।
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जब भी किसी वेबसाइट पर कोई डेटा डाला जाता है तो Search Engine के Crawlers उसे वेबसाइट पर जाते हैं और उसे डाटा को अपने सर्वर पर सेव कर लेते हैं। इस प्रक्रिया को वेबसाइट क्राउलिंग कहते हैं। Google, Yahoo, Bing आदि Search Engine के नाम है, जिनकी मदद से कोई भी User किसी डाटा को इंटरनेट पर सर्च करता है।
10 सर्च इंजन के नाम
- Google – गूगल का नाम आज के समय में हर इंटरनेट User के मुंह पर होता है। दुनिया में यह सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला सर्च इंजन है और दुनिया की सबसे अधिक वेबसाइट का डाटा भी Google Search Engine के पास मौजूद है। यदि 10 सर्च इंजन के नाम लिखे जाएं तो गूगल उनमें से सबसे पहला और Popular Search Engine है। Google Search Engine को सेर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने बनाया था जो स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी केलिफोर्निया में एक साथ पढ़ाई करते थे। यह Search Engine दुनिया में सबसे अधिक उपयोग होता है और इसके डाटाबेस में लाखों करोड़ों वेबसाइट और Information मौजूद है। यह आपके द्वारा ढूंढी गई जानकारी की सबसे सटीक Information कुछ ही पलों में आपको दे देता है।
- Yahoo – Yahoo Search Engine को वर्ष 1994 में जेरी यांग और डेविड फिलो द्वारा बनाया गया था और वर्ष 1995 में इसका नाम याहू रखा गया। यह Search Engine आपको सर्च रिजल्ट देने के साथ अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है और याहू मेल विश्व में सबसे अधिक प्रचलित है। याहू पर आप कुछ अन्य सुविधाएं भी प्राप्त कर सकते हैं और इसके अलग-अलग Platform को उपयोग करके उन सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं।
- Bing – बिंग Search Engine विश्व में दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है जिसका उपयोग जानकारी प्राप्त करने और किसी भी विषय को सर्च करने के लिए किया जाता है। इस माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वर्ष 2009 में शुरू किया गया था, आज के समय में याहू और बिंग सर्च इंजन को एक साथ मर्ज कर दिया है, जिसमें यह एक दूसरे को अपना डेटा शेयर करते हैं।
- AOL – सर्च इंजन का उपयोग अमेरिका देश में सबसे अधिक किया जाता है, परंतु इसका उपयोग अमेरिका के अलावा दूसरे देशों में बहुत कम होता है। हालांकि इस Search Engine में हजारों लाखों हिंदी वेबसाइट मौजूद है परंतु भारत में इस Search Engine का उपयोग बहुत कम किया जाता है।
- DuckDuckGo – इस सर्च इंजन को वर्ष 2008 में गेब्रियल वेनबर्ग द्वारा लांच किया गया और यह Users की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए मशहूर है। DuckDuckGo प्राइवेसी ब्राउज़र के नाम से प्ले स्टोर पर भी एप्लीकेशन मौजूद है। इस सर्च इंजन का उपयोग काम किया जाता है, परंतु जो Users अपनी प्राइवेसी को महत्वता देते हैं वह इस Search Engine का उपयोग करते हैं।
- Baidu – Baidu Search Engine का उपयोग चीन में किया जाता है और इसका मुख्यालय भी बीजिंग चीन में मौजूद है। इस Search Engine बाजार में इसकी हिस्सेदारी काफी बड़ी है और चीन के नागरिक Baidu सर्च इंजन पर ही जानकारी को ढूंढते हैं।
- Lycos – यह एक खोज इंजन और वेब पोर्टल है जिसे वर्ष 1994 में स्थापित किया गया था। सर्च इंजन पर हिंदी वेबसाइट उत्तर भी मौजूद है, और इसकी शुरुआत माइकल लॉरेंन मोल्डिंन ने की थी।
- Yandex – Arkady Valozh और Arkady Borvsky द्वारा इसकी शुरुआत वर्ष 1997 में हुई, और इसका उपयोग सबसे अधिक रूस देश में होता है। इस पर कोई भी जानकारी गूगल की तरह search करना आसान है, और रूस देश में इसका उपयोग सबसे अधिक किया जाता है। वेब सर्च करने के साथ अन्य सुविधाएं भी यह देता है, परंतु भारत देश में इस सर्च इंजन का उपयोग बहुत कम किया जाता है।
- Dogpile – यह एक मेटा सर्च इंजन है, जिसे एरोन फ्लिन ने शुरू किया था। यह google, Yahoo, Bing से खोजे गये शब्दों के रिज़ल्ट को fetch करता है, और search result दिखाता है।
- Ask – यदि किसी शब्द का अर्थ आपको ढूंढना है तो आप इस सर्च इंजन का उपयोग कर सकते हैं। गूगल के लांच होने से पहले इस सर्च इंजन का उपयोग बहुत अधिक किया जाता था। वर्ष 2007 में इस सर्च इंजन ने अपना नया लुक लॉन्च किया था।
अन्य सर्च इंजन कौन-कौन से हैं?
Google, Yahoo, Bing, AOL, DuckDuckGo, Biadu, Lycos, Yandex, Dogpile और Ask विश्व के Top Search Engines है, इसके अलावा अन्य Search Engine भी मौजूद है जिनका उपयोग आप जानकारियां ढूंढने के लिए कर सकते हैं, जैसे – WolframAlpha, Gigablast, Ixquick, Qwant, WebCrawler, Naver, Swisscows, Brave Search, Yippy, Alta Vista, Searx, इत्यादि।
सर्च इंजन के प्रकार
- Crawlers सर्च इंजन – Crawler Based Search Engine वह सर्च इंजन होते हैं जो Crawlers की मदद से डाटा को इकट्ठा करते हैं। जब Search Engine spiders, Crawlers, रोबोट किसी वेबसाइट पर जाता है तो वह पूरे डेटा को क्रॉल करता है और उसे सेव किए गए डाटा से रिजल्ट दिखाता है। गूगल, याहू और बिंग Crawlers की मदद से भी डेटा को ढूँढते और सेव रखते हैं।
- Directory सर्च इंजन – Category के हिसाब से इस प्रकार के सर्च इंजन पर Website की list मौजूद होती है। जिसमें उसे Website या Page से संबंधित छोटा सा Discriptions इनके पास मौजूद होता है। वेबसाइट का ओनर अपनी वेबसाइट के डाटा को खुद इन सर्च इंजन पर डालता है और किसी विषय के बारे में ढूंढने पर संबंधित रिजल्ट को दिखाया जाता है।
- Hybrid सर्च इंजन – हाइब्रिड सर्च इंजन में Crawlers, स्पाइडर और रोबोट की मदद से डाटा को Analyse किया जाता है, और Directory Search Engine की तरह डाटा को इकट्ठा करता है। आसान शब्दों में समझा जाए तो हाइब्रिड सर्च इंजन Crawlers सर्च इंजन और Directory सर्च इंजन का मिश्रण होता है। गूगल और याहू हाइब्रिड सर्च इंजन है जो Crawlers की मदद से डाटा ढूंढते हैं और Directory सर्च इंजन की तरह डाटा इकट्ठा करते हैं।
सर्च इंजन कैसे काम करता है?
अब आप यह है तो समझ ही चुके हैं कि Search Engine कितने प्रकार का होता है और किस प्रकार से यह है डाटा को Collect करता है। अब इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि जब भी किसी keyword को World wide web पर ढूंढा जाता है तो किस प्रकार से उससे संबंधित Result हमें प्राप्त होते हैं, और सर्च इंजन कैसे काम करता है।
1. Crawling और Data Save
जब भी किसी वेबसाइट पर कोई जानकारी पब्लिश कर दी जाती है, तो सर्च इंजन के Crawlers उसे वेबसाइट पर पहुंचते हैं। पब्लिश हुई जानकारी को Crawl किया जाता है, जिसमें यह देखा जाता है कि यह जानकारी किस विषय से संबंधित है, कितने Keyword इसमें मौजूद हैं, और कितनी इमेज और लिंक इस पेज या पोस्ट पर मौजूद है।
यह सभी जानकारी Crawler ले लेता है और अपने सर्वर में उसे Save कर देता है। सर्च इंजन के Crawlers को Bots, spider आदि भी बोला जाता है। यह Website के उसके Page Speed, उसका Size और Layout को भी देखते हैं इसके हिसाब से सर्च इंजन उसे पेज को सर्च रिजल्ट में रैंक करता है।
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इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे Factors मौजूद होते हैं जिससे कोई भी पेज किसी Search Result के अंदर आता है और वह रैंक करता है। यह प्रक्रिया नए और पुराने भेजो पर बार-बार चलता रहता है, जिससे सर्च इंजन को Update हुई जानकारी मिलती रहती है।
2. Indexing
इंडेक्सिंग दूसरा चरण होता है, जिसमें प्राप्त हुई जानकारी और डाटा को Analyse करने के पश्चात रिजल्ट के लिए इंडेक्स किया जाता है। जिस प्रकार से किसी किताब में Index Page से पूरी किताब की Details मालूम पड़ जाती है, और इसके साथ ऑथर का नाम और किस विषय में किस पेज पर क्या लिखा है वह मालूम पड़ता है। इसी प्रकार से Search Engine डाटा को इंडेक्स करते हैं और Information को सहेज कर रखते हैं।
सर्च इंजन के पास अपनी एक लाइब्रेरी होती है जिसमें वह डाटा को उनके विषय के अनुसार इंडेक्स करते हैं। इंडेक्स होने के पश्चात उसे डाटा का Analysis भी किया जाता है जिसमें यह देखा जाता है कि User के लिए यह जानकारी कितनी सही है।
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3. Ranking
इस चरण में गूगल के पास मौजूद डाटा को रैंक किया जाता है जिसमें लगभग 200 या 200 से अधिक Factors के हिसाब से भेजो को पोजीशन प्राप्त होती है। एक ही विषय के बारे में हजारों लाखों पेज गूगल या याहू जैसे Search Engine के पास मौजूद होते हैं, परंतु इन Factors के हिसाब से Search Engine यह पता लगाता है कि किसी यूज़र के लिए कौन सा पेज उसे खोजी गई जानकारी के लिए सही होगा।
किसी भी Search Engine का मकसद यह होता है कि User को सही जानकारी मिले, इसीलिए कोई भी सर्च इंजन इस तरह के Factors को समय-समय पर Update करता रहता है, और यह पता लगाता रहता है कि कौन सा पेज और कौन सी वेबसाइट को से सबसे पहले या दूसरे या अन्य नंबरों पर रैंक करना चाहिए।
पहले के समय में गूगल जैसे Search Engine भी सिर्फ Keyword और बैकलिंक पर ज्यादा ध्यान देते थे और उनके हिसाब से ही किसी वेबसाइट को प्रिंट किया जाता था। परंतु वही की शब्द और उतने ही बैकलिंक यदि किसी दूसरी वेबसाइट पर मौजूद हों, तो Search Engine के लिए यह निर्धारित करना मुश्किल हो जाता था कि कौन सा पेज User के लिए सही होगा। परंतु सर्च इंजंस ने धीरे-धीरे अपने आप को अपग्रेड किया और अपनी एल्गोरिथम में भी बदलाव किया है।
इस वजह से आज के समय में सर्च रिजल्ट बहुत ही सटीक होते हैं। और यह काम मानव द्वारा नहीं बल्कि रोबोट, Crawlers और कंप्यूटर द्वारा एल्गोरिथम की मदद से किया जाता है।
सर्च इंजन के उपयोग
Search Engine का उपयोग अलग-अलग जानकारी को इंटरनेट पर ढूंढने के लिए किया जाता है। यह जानकारी अलग-अलग हो सकती है और देश-विदेश से जुड़ी खबरें या किसी अन्य वेबसाइट को ढूंढने के लिए भी इनका उपयोग होता है। नीचे कुछ Search Engine के उपयोग दिए गए हैं।
- किसी विषय से संबंधित वेबसाइट ढूंढने के लिए।
- प्रश्नों का उत्तर ढूंढने के लिए
- समाचार प्राप्त किए जाते हैं
- कृषि संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए
- बस ट्रेन या फ्लाइट आदि की बुकिंग के लिए
- फ़िल्में आदि के विषयों से सम्बंधित
- गाने आदि ढूँढने के लिए
- शिक्षा प्राप्त करने के लिए
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