अक्सर विज्ञान की क्लास में या आम लोगों के बात चिट के समय में हमने ब्रह्मांड की उत्पत्ति से सम्बंधित वैज्ञानिकों के अलग-अलग सिद्धांत के बारे में पढ़ा या सुना हैं। इन सिद्धांतों में बताया जाता है कि ब्रह्मांड की उत्पत्ति कैसे हुई। समय-समय पर वैज्ञानिकों ने अलग-अलग सिद्धांत ब्रह्मांड के निर्माण के बारे में दिए हैं, परंतु ब्रह्मांड की उत्पत्ति कैसे हुई के जवाब में बिग बैंग सिद्धांत सबसे सही माना जाता है।
ब्रह्मांड की उत्पत्ति कैसे हुई?
ब्रह्मांड की उत्पत्ति बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार एक महा विस्फोट से हुई थी। इसके अनुसार आज से लगभग 13.7 अरब वर्ष पहले एक महा विस्फोट हुआ इसके बाद ब्रह्मांड का निर्माण हुआ और जो ऊर्जा और पदार्थ एक बिंदु के रूप में मौजूद थे वह उसे विस्फोट के कारण फैल गए। उन सभी पदार्थ में समय के साथ बदलाव हुआ और उसे ऊर्जा और पदार्थ से ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई है।
इस सिद्धांत को सबसे सही माना जाता है, इससे पहले भी बहुत सारे वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड की उत्पत्ति से संबंधित कई सिद्धांत दिए हैं। परंतु इस बिग बैंग थ्योरी को सबसे सही और अधिक वैज्ञानिकों द्वारा माना जाता है।
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बिग बैंग थ्योरी क्या है?
बिग बैंग थ्योरी हमें यह बताती है कि ब्रह्मांड पहले एक बिंदु के रूप में मौजूद था। उसे बिंदु में ऊर्जा और पदार्थ समाहित थे, परंतु आज से लगभग 13.7 अरब वर्ष पहले उसे बिंदु में महा विस्फोट हुआ जिसके बाद उसमें मौजूद ऊर्जा और पदार्थ इधर-उधर बिखर गए।
वह विस्फोट इतना विशाल और महा विस्फोट था और उसे इतनी ऊर्जा निकली के इस पूरे ब्रह्मांड का निर्माण हुआ। इस थ्योरी के अनुसार ब्रह्मांड आज भी फैल रहा है। यह महा विस्फोट एक बम के विस्फोट जैसा नहीं था बल्कि इसमें उसे बिंदु के अंदर मौजूद कान, भौतिक तत्व और ऊर्जा समोसे अंतरिक्ष में फैल गए और वह एक दूसरे से दूर भागने लगे।
इस सिद्धांत को बिग बैंग थ्योरी कहा जाता है, जो हमें बताती है कि हमारे ब्रह्मांड का निर्माण कैसे हुआ था।
ब्रह्मांड आज भी चल रहा है
बिग बैंग महा विस्फोट में इतनी ऊर्जा मौजूद थी कि उसके प्रभाव से ब्रह्मांड आज भी फैल रहा है। वैज्ञानिकों ने इस थ्योरी में उन कर्म और टैटो का विवरण भी दिया है जो इस महा विस्फोट का कारण बने थे। इसके ऊपर आज भी अध्ययन चल रहा है और वैज्ञानिक इसको अच्छी प्रकार से समझने की कोशिश कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी का सेंट्रल फ्लोरिडा में बिग बैंग थ्योरी और ब्रह्मांड के निर्माण से संबंधित कुछ मापदंडों को परिभाषित किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि हम स्वयं ही उसे प्रकार की उग्रता पैदा करने वाली लौ जला सकते हैं और उसे एक विस्फोट में परिवर्तन भी कर सकते हैं।
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वैज्ञानिकों की टीम सुपरसोनिक प्रतिक्रिया का अभी पता लग रहे हैं और इसके बारे में अध्ययन कर रहे हैं कि आखिरकार उसे समय क्या हुआ था और किस प्रकार से यह सभी घटनाएं घटी थी।
विस्फोट के बाद पदार्थ और ऊर्जा
- बिग बैंग थ्योरी के अनुसार जब एक बिंदु से इस ब्रह्मांड का निर्माण हुआ तो सभी पदार्थ और ऊर्जा इधर-उधर बिखर गए और एक दूसरे से दूर जाने लग गए। इस विस्तार के कारण शुरू में मौजूद ऊर्जा और पदार्थ कम घने हुए हैं।
- उसे समय के मुकाबले ब्रह्मांड धीरे-धीरे ठंडा हो रहा है, परंतु इसका विस्तार करना अभी भी जारी है।
- हाइड्रोजन और हीलियम के विशाल बदल एक दूसरे की तरफ खींचते चले गए और डार्क मैटर की सदांता और अन्य परमाणु कानों और सरल परमाणु ऑन के साथ-साथ अन्य पदार्थों में भी बदलाव हुए जिसे आकाशगंगा बनीं।
- एक आकाशगंगा में लाखों करोड़ों तारे मौजूद होते हैं, और पूरे ब्रह्मांड में अनगिनत आकाशगंगाएं मौजूद है।
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