क्राउडफंडिंग भारत में एक आम बात है, और जब किसी भी बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम को करना होता है, तो लोग उसे कार्यक्रम के लिए क्राउडफंडिंग करते हैं। क्राउडफंडिंग कैसे प्राप्त करें यह इस लेख में जानेंगे। पहले के समय लोगों से मिलकर क्राउडफंडिंग करवाई जाती थी, परंतु आज के समय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर या ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्राप्त की जाती है। यदि आप भी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए क्राउड फंडिंग प्राप्त करना चाहते हैं तो यहां पर हम जानेंगे कि क्राउड फंडिंग कैसे प्राप्त करें।
क्राउडफंडिंग क्या है?
क्राउडफंडिंग को आम भाषा में चंदा इकट्ठा करना कहते हैं और जब किसी भी सामाजिक कार्य या किसी खास काम के लिए जनता से पैसे इकट्ठे किए जाते हैं, तो इस प्रक्रिया को क्राउडफंडिंग कहते हैं। आम भाषा में इसे चंदा इकट्ठा करना या डोनेशन यानी दान के नाम से भी पुकारा जाता है।
आज के समय में सोशल मीडिया का सहारा लेकर लोग क्राउडफंडिंग जुटाते हैं और जो व्यक्ति दान देना चाहता है वह ऑनलाइन पेमेंट करके किसी भी जगह से क्राउड फंडिंग कर सकता है। यह जरूरी नहीं है कि सिर्फ धार्मिक कार्यों के लिए ही क्राउड फंडिंग या चंदा लिया जाता हो बल्कि दूसरे सामाजिक कार्यों के लिए भी चंदा इकट्ठा किया जाता है उदाहरण के लिए ग्रामीण क्षेत्र में सड़कों का निर्माण, सामाजिक भवन का निर्माण, किसी क्षेत्र में गरीबों की मदद के लिए भी क्राउड फंडिंग की जाती है।
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क्राउडफंडिंग कैसे प्राप्त करें?
सबसे पहले यह निर्धारित कर लें कि आप क्राउड फंडिंग किस उद्देश्य के लिए कर रहें हैं। उसके पश्चात आप नीचे दिए गये तरीक़ों से क्राउड़फ़ंडिंग कर सकते हैं।
- ऑनलाइन वेबसाईट बनवा कर सीधे NGO के खाते में चंदा जुटाना।
- सोशल मीडिया की मदद से लोगों तक पहुँचना और उनके मदद के लिए गुहार लगाना।
- SMS द्वारा अपने NGO के बारे में और अपने उद्देश्यों के बारे में बताना, ताकि लोग मदद के लिए आ सकें।
- लोगों को सीधा कॉल करके उनसे मदद के लिए पूछना।
- आसपास के लोगों को एक साथ जुटाना और उनसे चंदे के लिए अपील करना।
- किसी बड़े नेता, या सामाजिक व्यक्ति को अपने उद्देश्यों के बारे में बताकर उनसे मदद ली जा सकती है, जिससे आप ज़्यादा से ज़्यादा चंदा प्राप्त कर सकते हैं।
- दूसरे NGO से संपर्क करना ताकि वह आपकी मदद कर सकें।
क्राउडफंडिंग का दुरुपयोग कैसे होता है?
लोगों से दान लेकर उस पैसे का उपयोग ग़लत कामों के लिए भी लोगों द्वारा किया जाता है। इसके अनेकों उदाहरण हमें मिलते हैं। कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
- दान लेकर कुछ देश विरोधी ताक़तें कश्मीर में पत्थर बाज़ी करवाती थी। लोगों को भड़काकर उन्हें पैसे दिए जाते थे, जिनके बदले वह पत्थरबाज़ी करते थे।
- क्राउडफ़ंडिंग करके पैसे इक्कट्ठे किए जाते हैं, और उनका उपयोग किसी व्यक्ति विशेष द्वारा सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए भी किया जाता रहा है।
- धर्म के नाम पर लोग दूसरों से चंदा इकट्ठा करते हैं, परंतु उसे पैसे का उपयोग, अपनी जायदाद बनाने के लिए और अपने व्यक्तिगत उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है।
क्राउड फंडिंग का सदुपयोग
- गरीब लोगों की मदद करना, और गरीबों के उत्थान के लिए प्रयास करना।
- किसी सामाजिक कार्य में इन पैसों का उपयोग करना व समाज के कल्याण के ज़रूरतों को पूरा करना।
- सड़क, भवन, पुल आदि के निर्माण में इ पैसों को खर्च करना।
- मंदिर, मस्जिद, या गुरुद्वारा आदि का निर्माण।
- ग़रीबों के भोजन के लिए लंगर की व्यवस्था।
- महिला और बच्चों के उत्थान के लिए पैसों का उपयोग।
- महिला आश्रम, अनाथ आश्रम या वृद्ध आश्रम आदि के लिए।
क्राउड फंडिंग ऑनलाइन कैसे जुटाए जाते हैं?
पहले के समय में लोगों से मिलकर चंदा जुटाने के लिए अपील की जाती थी, परंतु आज के समय में वेबसाइट या सोशल मीडिया का उपयोग करके चंदा जूता जाता है। जिस उद्देश्य के लिए चंदा जूता जाता है वह उद्देश्य इंटरनेट के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाता है और लोग सीधा ऑनलाइन NGO के बैंक खाते में पैसा जमा करवाते हैं।
- NGO अपनी वेबसाइट बनवा कर सीधा वेबसाइट में पेमेंट मेथड से पैसा जुटातें हैं।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों से गुहार लगाई जाती है जिसके बाद क्राउड फंडिंग की जाती है।
- कॉल करके और SMS द्वारा लोगों तक जानकारी पहुँचाई जाती है, इसके बाद चंदा जुटाया जाता है।
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