यदि आप जानना चाहते हैं कि “डेल्टा किसे कहते हैं?” तो यह जान लें कि नदी जब सागर में जाकर मिलती है तो वह अपना एक डेल्टा बनाती है। डेल्टा में नदी द्वारा बहा कर लाए गए रेत, गारद और अवसाद मौजूद होते हैं। परंतु ऐसा जरूरी नहीं है कि हर नदी डेल्टा बनाएं, बहुत सारी ऐसी नदियां भी हैं जो अपना डेल्टा नहीं बनाती हैं। अधिकांश लोगन के दिमाग़ में डेल्टा का नाम सुनकर यह सवाल आता है कि आखिर डेल्टा किसे कहते हैं, डेल्टा क्या होता है और यह कैसे बनता है।
डेल्टा किसे कहते हैं?
जब कोई नदी किसी झील, सागर या महासागर में मिलती है तो उस मुहाने पर नदी की रफ्तार काफी कम हो जाती है और वह नदी का बहाव कई हिस्सों में बट जाता है। नदी के इस मुहाने पर वह अपने साथ लाए हुए गारद, रेत, अवसाद आदि को बहा कर लाती है जो वहां पर जमा हो जाता है। इस पूरे भाग को डेल्टा कहा जाता है।
डेल्टा का आकार छोटा या बड़ा हो सकता है और छोटे आकार के डाटा को रोटी का कहा जाता है। किसी भी डाटा को तीन भागों में बांटा जा सकता है और वह भाग डेल्टा का ऊपरी हिस्सा, डेल्टा का निचला हिस्सा और तीसरा भाग डेल्टा का जलीय हिस्सा होता है। जब नदी किसी झील, सागरिया महासागर के मुहाने पर डेल्टा बनाती है तो उस डेल्टा का आकार त्रिभुजाकार होता है।
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डेल्टा के प्रकार
- पक्षीपाद डेल्टा – यह डेल्टा पक्षी के पैर के आकार का होता है और संयुक्त राज्य अमेरिका में मिसिसिपी नदी इस प्रकार का डेल्टा बनाती है।
- चापाकार डेल्टा – इस प्रकार के डेल्टा में नदी द्वारा बहा कर लाए गए अवसादो का निक्षेपण उसके बीच वाले हिस्से में अधिक होता है और किनारों पर संकरा होता है। राइन नदी, सिंधु नदी, नील नदी पल पर ग्राम गोल्ड का आदि नदियां इस प्रकार का डेल्टा बनाती हैं।
- ज्वार डेल्टा – ज्वार डेल्टा आमतौर पर वनस्पति और बाढ़ के मैदानों के साथ दलदली क्षेत्रों से घिरा होता है और एक छिद्र के माध्यम से नदी का पानी समुद्र में मिलता है। समुद्र में आने वाला ज्वार भाटा के कारण नदी का पानी सागरों में जाकर मिलता है और इससे ज्वारीय धाराओं के कारण इसमें बदलाव होता है।
- परित्यक्त डेल्टा – जब नदी अपने मुहाने से स्थानांतरित होकर कई भागों में बट जाती है, और अलग-अलग जगह पर नदी का पानी समुद्र से मिलता है तो परित्यक्त डेल्टा कहलाता है।
- लेकूस्ट्राइन डेल्टा – जब किसी नदी का निर्गमन झील में होता है तो उसे लेकूस्ट्राइन डेल्टा कहा जाता है।
- अग्रवर्धी डेल्टा – इस डेल्टा तलछट का जमाव तेज तरंगों के साथ एक सीधी तट रेखा पर होता है। इस प्रकार के डेल्टा में नदी की लहरें तलछट को धक्का देती हैं और दांत जैसी आकर्ति का निर्माण होता है।
डेल्टा के लाभ
- नदी द्वारा बहाकर लायी गयी उपजाऊ मिट्टी आती है, जो कृषि के लिए बहुत उपयोगी होती है।
- बजरी की आपूर्ति डेल्टा से होती है, जिसका उपयोग निर्माण कार्यों में किया जाता है।
- अनेकों प्रकार के पेड़-पौधे और प्राणियों के लिए उपयुक्त जगह होती है।
- बहुत बड़े क्षेत्र को उपजाऊ मिट्टी के साथ पानी उपलब्ध होता है।
भारत का सुंदरवन डेल्टा
भारत का सुंदरवन डेल्टा विश्व का सबसे बड़ा नदी डेल्टा है, जो भारत से बांग्लादेश तक फैला है। यह बाघ संरक्षित क्षेत्र और बायोस्फीयर रिजर्व क्षेत्र है और बंगाल टाइगर के लिए सबसे सुरक्षित और संरक्षित क्षेत्र भारत और बांग्लादेश का सुंदरवन डेल्टा है।
सुंदरबन डेल्टा मैंग्रोव वनों के लिए प्रसिद्ध है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता काफी मनमोहक है। बहुत बड़ी संख्या में यहां पर बंगाल टाइगर पाए जाते हैं। सुंदरबन डेल्टा में कई टापू पाए जाते हैं और घोरमारा द्वीप सबसे बड़ा सुंदरवन डेल्टा का टापू है।
यह भारत और बांग्लादेश के क्षेत्र में कुल 1,05,645 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। और इस डेल्टा का निर्माण गंगा नदी और ब्रह्मपुत्र नदी मिलकर करती हैं।
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