जब बात महासागर की आती है तो लोग इस सवाल से भ्रमित हो जाते हैं कि महासागर कितने हैं? कोई कहता है कि चार महासागर है कोई कहता है कि पांच महासागर मौजूद हैं। तो कभी हमें सात महासागरों के बारे में सुनने को मिलता है। यदि आप भी उन लोगों में से हैं जो यह सही प्रकार से जाना चाहते हैं कि आखिर महासागर कितने हैं और mahasagar ke naam क्या-क्या है, तो इससे संबंधित सभी जानकारियां आपको यहां पर प्राप्त होगी।
हमारी पृथ्वी को लगभग 71% से भी अधिक पानी ने घेर रखा है। और हमारी पृथ्वी पर मौजूद Ocean इतने विशाल हैं कि अगर उन्हें समुद्री जहाजों से पार करने की बात की जाए तो उसमें महीनों का समय लगता है। समुद्री दुनिया इतनी अनोखी और अनभिज्ञ है, कि आज तक भी हम अपने समुद्रों के बारे में 100% जान नहीं पाए हैं।
समुद्रों की अनोखी दुनिया के बारे में बात करने से पहले हमें यह जानना होगा कि आखिर mahasagar ke naam और kitne mahasagar hain?
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Note: महासागर को इंग्लिश भाषा में Ocean कहा जाता है।
महासागर किसे कहते हैं?
महासागर एक बहुत ही बड़ी जल राशि कुंड होता है, जिसकी लंबाई और चौड़ाई हजारों किलोमीटर होती है। महासागरों ने पृथ्वी का लगभग 71% भाग गिरा हुआ है और पृथ्वी का 95.6% पानी सागरों और महासागरों में ही स्थित है।
इनका यह नाम दो शब्दों से मिलकर बना है महा + सागर, जिसका मतलब है ऐसा सागर जिसका आकार बहुत बड़ा हो।
Ocean में सैकड़ों हजारों प्रकार की जिओ की प्रजातियां रहती हैं, और पृथ्वी पर मौजूद सभी Ocean एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। Ocean के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती और यह पृथ्वी के जीवो का अभिन्न अंग है। Mahasagar के कारण ही जलवायु, मौसम के स्वरूप, कार्बन चक्र और जल चक्र का स्वरूप विद्यमान है।
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महासागरों को उनकी भौतिक और जैविक स्थितियों के आधार पर अलग-अलग बांटा गया है। Ocean के पानी में नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है और नमक के साथ-साथ इसमें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड सहित बहुत सारी गैसें मौजूद होती हैं।
समुद्रों का उपयोग आज के समय में मानव जाति एक दूसरे के साथ व्यापार करने, भोजन और अन्य संसाधनों को बटोरने और परिवहन के लिए उपयोग में लाती है। पृथ्वी पर बसने वाली मानव जाति का बहुत बड़ा भाग समुद्री भोजन पर ही निर्भर करता है।
सागर क्या हैं?
सागर, महासागरों की तरह ही पानी के बहुत बड़े कुंड होते हैं परंतु यह महासागरों की तुलना में काफी अधिक छोटे होते हैं। महासागरों में ही कई सागर समाए रहते हैं। और उनकी भौगोलिक स्थिति या जैविक स्थितियों के आधार पर, सागरों को बांटा गया है।
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एक महासागर में कई सागर समाहित होते हैं जिन्हें उनकी स्थिति और जैविकता के आधार पर अलग-अलग नाम से जाना जाता है।
सागर और महासागर में अंतर
महासागर: महासागर पानी का एक विशाल कुंड होता है जिनकी लंबाई और चौड़ाई हजारों किलोमीटर में होती है। सागरों की तुलना में इनका आकार और गहराई बहुत ज्यादा होती है।
सागर: सागर किस महासागर का ही एक अंग होता है और इनकी लंबाई चौड़ाई महासागर के तुलना में बहुत कम होती है और गहराई भी सागर में कम पाई जाती है। महासागरों के किसी एक भाग की स्थिति और उनकी जैविक स्थिति के आधार पर सागरों को अलग-अलग बांटा गया है। उदाहरण के तौर पर अरब सागर, हिंद महासागर का ही एक अंग है परंतु उस भाग को अरब सागर बोला जाता है।
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महासागर कितने हैं? – Kitne Mahasagar Hai
पहले महासागरों की संख्या को चार ही माना जाता था। परंतु इन की भौगोलिक स्थिति के अनुसार पृथ्वी पर मौजूद महासागरों को पांच भागों में बांट दिया गया है। जिनके नाम हैं – Pacific Ocean, Atlantic Ocean, Indian Ocean, Antarctic Ocean and Arctic Ocean.
पहले के समय माने जाने वाले चार महासागर के नाम:
- प्रशांत महासागर
- आर्कटिक महासागर
- हिंद महासागर
- अटलांटिक महासागर
प्रशांत महासागर सबसे बड़ा महासागर है। अमेरिका और अफ्रीका व यूरोप के बीच में जो महासागर है उसे अटलांटिक Ocean बोला जाता है और पृथ्वी के उत्तर में मौजूद Ocean आर्कटिक Ocean और भारत के दक्षिण में मौजूद Ocean को हिंद Ocean कहा जाता है।
परंतु, अंटार्कटिक महाद्वीप के पास मौजूद Ocean को अंटार्कटिक Ocean के नाम से संज्ञा दी गई। जिसके बाद अब पृथ्वी पर पांचवा महासागर Antarctica Ocean माना जाता है। Antarctica Ocean को दक्षिणी महासागर भी बोला जाता है।
5 महासागर के नाम – 5 Mahasagar Ke Naam
- प्रशांत महासागर
- अटलांटिक महासागर
- हिंद महासागर
- अंटार्कटिक महासागर / दक्षिण महासागर
- आर्कटिक महासागर
अंटार्कटिक Ocean यानी दक्षिण Ocean का वजूद सबसे बाद में आया है और इसको पृथ्वी के दक्षिण में स्थित होने के कारण और अंटार्कटिक महाद्वीप के साथ लगा होने के कारण इसे अंटार्कटिक Ocean या दक्षिण Ocean के नाम से जाना जाता है।
प्रशांत महासागर – Pacific Ocean
- प्रशांत Ocean पूर्वी गोलार्ध और पश्चिमी गोलार्ध दोनों में फैला हुआ है।
- Pacific Ocean पृथ्वी पर मौजूद सभी महासागरों में से सबसे बड़ा है।
- प्रशांत Ocean का आकार त्रिभुज के आकार का है।
- इस Ocean का क्षेत्रफल पृथ्वी पर मौजूद कुल भूमि के क्षेत्रफल से भी अधिक है।
- पृथ्वी पर मौजूद Ocean की गहराई में सबसे अधिक गहराई प्रशांत महासागर में ही पाई जाती है।
- प्रशांत में पाई जाने वाली सबसे ज्यादा गहराई को मरियाना ट्रेंच कहां जाता है।
- मरियाना ट्रेंच की गहराई 36070 फीट है, और यह मानव द्वारा खोजी गई सबसे अधिक गहराई है।
- विश्व के सबसे अधिक द्वीप इसी Ocean में मौजूद हैं।
- अमेरिका के हवाई द्वीप और जापान वह इंडोनेशिया के ज्वालामुखी द्वीप भी प्रशांत महासागर में ही स्थित है।
- दुनिया के सबसे ज्यादा समुद्री प्रजाति इसी महासागर में पाई जाती हैं।
अटलांटिक महासागर – Atlantic Ocean
- अटलांटिक महासागर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है।
- अटलांटिक Ocean उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में फैला हुआ है।
- अटलांटिक Ocean के पूर्व में अफ्रीका और यूरोप महाद्वीप वह पश्चिम में उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका महाद्वीप मौजूद है।
- सबसे अधिक देश इसी महा सागर के किनारे बसते हैं।
- महासागरों में सबसे अधिक कुख्यात समुद्री क्षेत्र बरमूडा ट्रायंगल इसी अटलांटिक Ocean में मौजूद है।
- विशिष्ट सागरीय जैव विविधता वाला क्षेत्र सारगैसो सागर भी Atlantic Ocean में ही मौजूद है।
- विश्व का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैंड अटलांटिक के उत्तरी छोर पर मौजूद है।
- अटलांटिक के सबसे गहरे स्थान को प्यूतोरिको ट्रेंच कहा जाता है।
हिंद महासागर – Indian Ocean
- हिंद महासागर तीसरा सबसे बड़ा Ocean है।
- यह भारत के दक्षिण में स्थित है।
- Indian Ocean का नाम भारत के नाम हिंदुस्तान के नाम पर ही है।
- Indian Ocean का सबसे गहरा स्थान सुंडा ट्रेंच है।
- अफ़्रीका का मेडागास्कर, Indian Ocean का सबसे बड़ा द्वीप है।
- दुनिया या सबसे अधिक व्यापार इसी ocean से होता है।
- कारक रेखा Indian Ocean के उत्तरी दिशा में स्थित है।
- Indian Ocen की सामान्य गहराई 3500 मीटर यानी 11482 फ़ीट है।
- सुंडा ट्रेंच की गहराई 8152 मीटर यानी 26745 फ़ीट है।
पढ़ें: हिंद महासागर – 30+ द्वीप और सम्बंधित जानकारी
अंटार्कटिक महासागर / दक्षिण महासागर – Antarctica Ocean
- Antarctica Ocean चौथा सबसे बड़ा महासागर है।
- यह अंटार्कटिक महाद्वीप के चारों और व पृथ्वी के दक्षिण में स्थित है।
- इसका नाम अंटार्कटिक महाद्वीप के नाम से पड़ा है।
- अंटार्कटिक Ocean को दक्षिण महासागर भी कहा जाता है।
- इसका ज़्यादातर हिस्सा बर्फ़ से ढाका हुआ है।
- इसमें पेंग्विन, व्हेल आदि जीव पाए जाते हैं।
- पेंग्विन सिर्फ़ इसी Ocean में पाए जाते हैं।
- इसकी औसत गहराई 3000 मीटर है।
- सबसे गहरे ट्रेंच का नाम सैंडविच ट्रेंच है, जिसकी गहराई 7500 मीटर है।
आर्कटिक महासागर
- यह दुनिया का सबसे छोटा महासागर है।
- सबसे लम्बी रूस देश की तटीय सीमाएँ इस Mahasagar से लगती है।
- सबसे न्यूनतम तापमान इसी महासागर में दर्ज किया गया था।
- यह पृथ्वी के उतरी गोलार्ध में स्थित है।
सागर और महासागरों से सम्बंधित रोचक तथ्य
- दुनिया भर में अभी हम 50 हज़ार सागरों को पहचानते हैं।
- सबसे बड़े Ocean को नाम प्रशांत महासागर है।
- सबसे बड़े सागर का नाम बेरिंग सागर है।
- लाल सागर सबसे खारा सागर है।
- पृथ्वी के सबसे उत्तर में Arctic Ocean मौजूद है।
- पृथ्वी के दक्षिण में Antarctic Ocean मौजूद है।
- समुद्र का पानी औसतन 28 डिग्री F पर जाम जाता है, जिसका कारण पानी में नामक की मात्रा का होना है।
- पृथ्वी के जीवन का आधार पृथ्वी के Ocean ही हैं।
- धरती पर सबसे पहले जीवन सागर और महासागरों में ही पनपा था।
- इन्हीं के कारण पृथ्वी पर बारिश होती है और जलवायु का आपसी तालमेल बना रहता है।
- इनमें मौजूद एलगी पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाती है।
- mahasagar का पानी लहरों से सतह पर आता है और वायुमंडल में मौजूद कार्बन को सोख लेता है।
महासागरों का निर्माण होने पर ही पृथ्वी पर जीवन सम्भव हुआ है, और आज भी पृथ्वी का जीवन चक्कर इन्हीं के कारण सम्भव है।
पढ़ें: पृथ्वी की उत्पत्ति
महासागर में रहने वाले जीव
विशेषज्ञों के अनुसार पृथ्वी पर जीवन सबसे पहले Ocean में ही पनपा था, और जीवन की शुरुआत यहीं से हुई थी। वर्तमान में हजारों प्रकार की प्रजातियां और जीव। Ocean में रहते हैं, जिनमें से कुछ जीवो का वर्णन नीचे दिया गया है।
- व्हेल मछली – यह Ocean में रहने वाली सबसे बड़ी मछली है और पृथ्वी पर पाए जाने वाला सबसे बड़ा जीव है।
- शार्क – शार्क Ocean में पाए जाने वाली सबसे खतरनाक मछली है और यह सबसे बड़ी शिकारी मछली मानी जाती है।
- झींगा – झींगा भी एक प्रकार की मछली है जो समुद्र में रहती है वैसे तो झींगा नदियों में भी पाया जाता है परंतु सबसे ज्यादा जिंदा सागरों में मौजूद होता है।
- ऑक्टोपस – ऑक्टोपस Ocean में रहने वाला जीव है जिसकी कई भुजाएं होती हैं।
- कछुआ – कछुआ मीठे पानी में और खारे पानी में रह सकता है और कछुओं की सबसे ज्यादा अधिक प्रजातियां सागरों में मौजूद हैं।
- डॉल्फिन मछली – डॉल्फिन मछलियों को सबसे अधिक समझदार मछली माना जाता है और सबसे ज्यादा डॉल्फिन मछलियां Ocean में पाई जाती हैं। भारत की गंगा नदी में भी डॉल्फिन मछलियां रहती हैं।
- सील मछली – सील मछलियां Ocean के दूरदराज वाले इलाकों में ज्यादा पाई जाती हैं। शार्क जैसे मछलियां इनका शिकार करती हैं।
Ocean से होने वाले लाभ और हानि
Ocean से हमारा जीवन चक्र सुचारू रूप से चलता है और इसके अन्य कई लाभ हैं, लाभ के साथ-साथ इस से जुड़ी कुछ हानियां भी हैं जिन्हें हमें झेलना पड़ता है। चलिए जानते हैं कि इन से हमें क्या लाभ और हानियां हैं।
Mahasagar के लाभ
- मॉनसून हवाई इन्हीं के कारण संभव है।
- हज़ारों प्रकार के जीव जन्तुओं का पालन पोषण इन्हीं के कारण होता है।
- हमारे भोजन की आपूर्ति महा-सागरों द्वारा होती है।
- सबसे सस्ता व्यापार Ocean के द्वारा ही किया जाता है।
- पृथ्वी पर बारिश होना इन्हीं के कारण संभव है।
- इनसे हमें कई प्रकार के खनिज पदार्थ प्राप्त होते हैं।
- सबसे ज्यादा पेट्रोलियम का उत्पादन सागरों से ही होता है।
- आज के समय कुछ देश अपने पानी की आपूर्ति भी Ocean के पानी को फिल्टर करके कर रहे हैं।
- लाखों-करोड़ों लोगों की आजीविका इन्हीं पर निर्भर करती है।
हानियाँ
- समुद्र का जल स्तर बढ़ने से भूमि साल दर साल कम हो रही है।
- समुद्रों में आने वाले चक्रवात के कारण जान माल का नुकसान होता है।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि आपको इस लेख में “mahasagar kitne hai” और “mahasagar ke naam” सवालों का जवाब अच्छी प्रकार से समझ में आया होगा। यदि आप Mahasagar और उससे संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
यदि आपका कोई सुझाव है जो आप इस लेख के बारे में हमें देना चाहते हैं तो आप हमें लिख सकते हैं। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो और आपके ज्ञान में वृद्धि हुई हो तो कृपया करके इस लेख को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें, ताकि यह और अधिक लोगों तक पहुंचे। धन्यवाद!
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