वैश्वीकरण, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अहम भूमिका निभाता है। हर देश की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार करने के अलग अलग नीतियाँ होती हैं। इसलिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुचारु संचालन के लिए कुछ अंतर्राष्ट्रीय समझौते, नीतियाँ और संगठन बनाए गए जिससे की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में एकरूपता लाई जा सके और हर देश इन नीतियों और समझौतों का पालन करे। इस लेख में इन अंतर्राष्ट्रीय समझौते और नीतियों का उल्लेख किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय समझौते, नीतियाँ और संगठन
आसियान
8 अगस्त 1967 में आर्थिक, सामजिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तथा विनियोग और व्यापार में सहयोग को बढाने के लिए सदस्य राष्ट्रों ने मिलकर बैंकॉक (थाईलैंड) में इस संगठन की स्थापना की/ इसका मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है। फिलहाल 2022 में इसके 10 सदस्य राष्ट्र हैं – फिलिपिन्स, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम, मलेसिया, म्यांमार, लाओस, कंबोडिया, ब्रूनेई, सिंगापुर/ इस संगठन में पूर्ण वार्ताकार का दर्जा भारत को मिला है।
विश्व व्यापार संगठन
इस संगठन को GATT के उत्तराधिकारी के रूप में जाना जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रों के मध्य व्यापारिक विवादों को सुलझाना और राष्ट्रों के मध्य व्यापार की देखरेख करना। बौद्धिक संपदा अधिकार से सम्बंधित समझौते भी इस संगठन का हिस्सा हैं। इसकी स्थापना 1 जनवरी, 1995 में हुई। इसका मुख्यालय जेनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में है। वर्तमान (2022) में इसके सदस्य देश 164 हैं जिनमें यूरोपीय संघ भी सम्मिलित है। अफगानिस्तान इसका 164वाँ सदस्य देश था जो 29 जुलाई, 2016 को शामिल हुआ था।
व्यापार एवं प्रशुल्कों पर सामान्य समझौता
अक्टूबर 1947 में 23 राष्ट्रों ने मिलकर मुक्त व्यापार को प्रोत्साहन करने के लिए और राष्ट्रों के बीच सीमा शुल्क को ख़तम करने के उद्देश्य से GATT की स्थापना की। भारत भी इसके इन 23 स्थापना करने वाले देशों में शामिल था और भारत ने भी इसके लिए हस्ताक्षर किये थे। इसका मुख्यालय जेनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में था। 1994 तक इसके सदस्य देशों की संख्या 128 तक पहुँच चुकी थी। बाद में GATT की जगह विश्व व्यापार संगठन WTO ने ले ली।
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उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता
1 जनवरी, 1994 को यह संयुक्त राज्य अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा के मध्य आंतरिक व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए इसकी स्थापना हुई।
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन
8 दिसम्बर, 1985 में 7 देशों ने मिलकर इस संगठन की स्थापना की/ इन 7 देशों में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव्स, श्रीलंका, भूटान और पाकिस्तान शामिल हैं। इसका मुख्यालय ढाका (बांग्लादेश) में है। इसके अवलोकनकर्ताओं में ईरान, जापान, मॉरिशस, यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, दक्षिण कोरिया, म्यांमार और चीन शामिल हैं। वर्तमान में इसके 8 सदस्य हैं। 8वाँ सदस्य अफगानिस्तान है जो 2005 में इसका सदस्य बना।
दक्षिण एशियन मुक्त व्यापार समझौता
1 जनवरी, 2006 में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन के सदस्य राष्ट्रों ने मिलकर इस समझौते पर हस्ताक्षर किए/ इसका मुख्य उद्देश्य मुक्त व्यापार को मजबूत करना है।
एशियाई क्षेत्रीय मंच
इसकी स्थापना आसियान के सदस्य देशों द्वारा जुलाई, 1993 में की गई।
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